कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान को सफल बनाने में मीडिया से सहयोग अपेक्षित- कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस
कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान पर कार्यशाला एवं पत्रकारों की बैठक आयोजित
बैतुल। कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए कोविड वैक्सीन लगवाना ही सबसे अच्छा तरीका है। 21 जून से 30 जून के मध्य समूचे जिले में कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान संचालित किया जा रहा है। 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों से अपेक्षा है कि वे अपने निकटतम टीकाकरण केन्द्र पहुंचकर कोविड का टीका अवश्य लगवाएं। जिले के मीडिया प्रतिनिधियों से आग्रह है कि वे इस महाअभियान का व्यापक रूप से सघन प्रचार-प्रसार करें, ताकि लोगों में कोविड टीका लगवाने के प्रति जागरूकता आ सके। इसके साथ ही भ्रांतियां भी दूर हो सके। श्री बैंस मंगलवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान पर आयोजित कार्यशाला एवं पत्रकारों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ए.के. तिवारी एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सौरभ राठौर सहित पत्रकारगण मौजूद थे।
इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि हम सबको मिलकर जिले में टीकाकरण के प्रति एक सकारात्मक वातावरण तैयार करना है ताकि शत प्रतिशत टीकाकरण हो सके एवं हम कोरोना से लड़ाई के लिए तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि जिले में टीकाकरण के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मीडिया प्रतिनिधियों से अपेक्षा है कि वे ग्रामीण क्षेत्रों से छोटी-छोटी सकारात्मक खबरें तैयार करें, ताकि लोगों तक टीकाकरण के प्रति सकारात्मक संदेश पहुंचे। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए भी जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पुख्ता रणनीति तैयार कर रहा है ताकि यदि तीसरी लहर का प्रभाव होता है तो उससे अच्छी तरह निपटा जा सके। इस दौरान कलेक्टर ने मीडिया प्रतिनिधियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया एवं उनसे सुझाव प्राप्त किए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ए.के. तिवारी एवं कोविड के जिला नोडल अधिकारी डॉ. सौरभ राठौर ने बताया कि कोविड-19 बीमारी से देश एवं दुनिया में लाखों लोग प्रभावित हो चुके हैं। यह बीमारी मुख्यत: श्वसन तंत्र जैसे कि नाक, गला एवं फेफड़े आदि को प्रभावित करती है। जिला प्रशासन इस बीमारी की रोकथाम और प्रबंधन हेतु प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 वायरस से बचाव का एकमात्र उपलब्ध तरीका टीकाकरण ही है। यह संक्रमण के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। कोरोना टीकाकरण के पश्चात् संक्रमित होने पर संक्रमण की जटिलताएं कम होती हैं। देश में कोरोना टीकाकरण से कोरोना से होने वाली मृत्यु दर में कमी आई है। कोरोना टीका पूर्णत: सुरक्षित एवं प्रभावी है। परिवार के 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी सदस्यों का टीकाकरण होने से छोटे बच्चों में संक्रमण की संभावना कम होगी। जिले में शत प्रतिशत टीकाकरण से ही भविष्य में कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी के संक्रमण को रोका जा सकता है। इसलिए आप स्वयं का टीकाकरण अवश्य कराएं एवं दूसरों को भी प्रेरित करें, तभी हमारा समाज सुरक्षित रहेगा। कोविड की संभावित तीसरी लहर को रोकने हेतु टीकाकरण महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं का कोरोना पॉजिटिव होने के तीन माह तक टीकाकरण नहीं होता है। जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं, उन्हें 90 दिन पश्चात् टीकाकरण करने की सलाह दी गई है।