क्या हमारा देश राष्ट्रवाद के खिलाफ जा रहा है:-डॉ. कृष्णा मोदी
सारणी। सभी को ज्ञात है कि हमारे देश की सरकार के प्रमुख नेता प्रधानमंत्री ने दिनांक 17/12/2019 को देश की सुरक्षा के अंतर्गत बनी कम्पनी बी.एम.एल. को बेचने का संकल्प किया था । जिसके संबंध में उनके द्वारा यह विचार आया कि कम्पनी बेचने के पहले उसकी जमीन को बिक्री किया जाय । आज जो जमीन बी. एम. एल की है उसकी कीमत अरबों रूपया आंकी जा रही है। तथा इस कम्पनी का निर्माण या जन्म देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू के द्वारा किया गया था । और इसलिए किया गया था कि देश तरक्की के लिए या सुरक्षा या
मिसाईल आदि का निर्माण किया जाय इस कम्पनी ने हमारे देश में पृथ्वी नामक मिसाईल बनायी, पिनाका, मल्टीबैरल राकेन्ट लांच किया, देश की सिक्रेट (गुप्त) सिस्टम तैयार करता है तथा यही कम्पनी देश के अंदर जो मैट्रो रेल का चलन हुआ है उसके यात्री डिब्बे भी निर्माण करता है ।
इस संबंध में सरकार ने दिनांक 04/06/2021 को पत्र लिखकर जाहिर किया है कि पहले जमीन बेचा जाय उसके बाद कम्पनी को बेचा जाय । इस कम्पनी की सम्पूर्ण जमीन कम्पनी बनाते वक्त सरकार ने 1 रूपये में बिक्री किया था और ऐसा कहा जाता है कि कम्पनी की बिक्री करीब 5.50 सौ 600 करोड़ रूपये में बिक्री हो सकती है । सबको मालूम है कि यह कम्पनी प्रतिवर्ष मुनाफा भी देश के समस्त स्वीकृत टैक्सो को देने के बाद कमाती है ।
लाभ कमाने वाली कम्पनी तथा राष्ट्र सुरक्षा में अपना अग्रणी योगदान देकर सरकार को सुरक्षित रखने वाले सामानों का निर्माण कर देश का नाम रोशन कर रही है । तथा इसी प्रकार देश की सुरक्षा कम्पनी जिसमें गोला बारूद गाड़ियां युद्ध के सामान आदि बनाये जाते है । उन्हें भी सरकार बेचने जा रही थी परन्तु देश के समस्त प्रमुख सरकार द्वारा मान्यता श्रमिक संगठनों के द्वारा दिये गये हड़ताल नोटिस के बाद उसे पेन्डिंग में डाल दिया परन्तु जिस प्रकार अन्य उद्योंगो को सरकार अचानक बिक्री किया प्रकार देश की सुरक्षा को भी बिक्री किया जायेगा । मेरे ख्याल से यह एक किस्म से राष्ट्र की एकता के खिलाफ है इसलिए जनता से अपील है कि एक जुट होकर राष्ट्र की सुरक्षा को जो आच आने वाली है उसके खिलाफ एकजुट हो ।