बाढ़ राहत के लिए आपदा प्रबंधन दलों का गठन, पोकलेन मशीन से होगी बड़े नालों की सफाई

RAKESH SONI

बाढ़ राहत के लिए आपदा प्रबंधन दलों का गठन, पोकलेन मशीन से होगी बड़े नालों की सफाई

सारनी। शहर के तीन क्षेत्रों के लिए जोनवार गठित किए दल, नाली और नालों की सफाई का काम भी शुरू किया।
सारनी। मानसून पूर्व नगर के नालों की सफाई और संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की व्यवस्था सुधारने के लिए नगर पालिका परिषद सारनी के स्वच्छता अमले ने कार्य शुरू कर दिए हैं। नगर पालिका ने बाढ़ राहत के लिए नगर में जोनवार तीन दलों का गठन किया है। इसके अलावा बड़े नालों की सफाई का काम अगले सप्ताह से पोकलन मशीन से होगा। छोटे नालों और कॉलोनियों की नाली की सफाई सतत जारी है। बाढ़ राहत व स्वच्छता से जुड़े अन्य मामलों को लेकर सोमवार को नगर पालिका परिषद में सुपरवाइजरों, टाइपकीपरों की बैठक भी हुई।
आगामी माहों में मानसून आने की दस्तक हो गई है। इसे लेकर नगर पालिका ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। नगर पालिका के स्वच्छता अधिकारी श्री केके भावसार ने बताया कि नगर पालिका ने एक माह पूर्व ही नाली-नालों की सफाई का काम शुरू कर दिया है। नगरीय प्रशासन विभाग के निर्देश पर बाढ़ राहत दलों का गठन किया गया है। इसमें सारनी, शोभापुर, पाथाखेड़ा में जोनवार आपदा प्रबंधन दलों का गठन किया गया है। प्रत्येक दल में एक नोडल अधिकारी व 50 कामगारों का दल शामिल है। सुपरवाइजरों, टाइमकीपरों से संभावित स्थानों का चयन कर यहां जरूरी सुधार के निर्देश भी दिए गए हैं। इसी तरह बाढ़ राहत के लिए जरूरी सामग्री जैसे ट्यूब, रस्सी, तगारी, गैंची, बाल्टी, फावड़ा समेत अन्य जरूरी सामग्री जुटाई गई है। किसी तरह की आपदा आने पर सारनी में श्री मठारदेव बाबा मंगल भवन, पाथाखेड़ा में सामुदायिक भवन शिवमंदिर और सामुदायिक भवन शोभापुर का चयन किया गया है। इसमें बाढ़ प्रभावित विस्थापितों को ठहराया जा सकेगा। श्री भावसार ने बताया कि छोटे नालों की सफाई का काम लगातार हो रहा है। बड़े नालों की सफाई का काम अगले सप्ताह से पोकलेन मशीन के जरिए किया जाएगा।

*कोविड-19 कार्यों में अधिकतर सफाई दल तैनात, दोनों दायित्व निभा रहे कामगार*
कोविड-19 के दौरान सफाई कामगारों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों आ गई हैं। कई कामगारों को कोरोना कार्य में लगाया गया है। श्री भावसार ने बताया प्रशासन के निर्देश पर तकरीबन 200 कर्मचारियों को सेनेटाइजेषन, कंटेन्टमेंट जोन तैयार करने, श्मशान घाट की सफाई, दाह संस्कार करने में लगाया गया है। वहीं तकरीबन 72 कामगारों को सर्वेक्षण दलों के साथ भेजा गया है। ये कामगार सफाई के साथ कोविड कार्यों की दोहरी भूमिका निभा रहे हैं।

*सुपरवाइजरों-टाइमकीपरों की बैठक में दिए निर्देश, तेजी से हो काम*
बाढ़ राहत का कार्य तेजी व समय सीमा में करने के लिए सोमवार को नगर पालिका सभाकक्ष में स्वच्छता सुपरवाइजरों, टाइमकीपरों की जरूरी बैठक रखी गई। मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री सीके मेश्राम के निर्देशन में आयोजित बैठक में उन्हें बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां जरूरी कार्य समयसीमा में करने के निर्देश दिए गए हैं। तीन जोनों के बाढ़ राहत दलों की जानकारी भी उन्हें दी गई हैं। दल सतत वार्डवासियों, पार्षदों व अधिकारियों के संपर्क में रहकर कार्य करेंगे। इसके अलावा मच्छररोधी दवाओं, पाउडरों का सतत छिड़काव करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मुख्य रूप से कोविड की रोकथाम के लिए सोडियम हाईपोक्लोराइड से सार्वजनिक स्थानों, कॉलोनियों का सेनेटाइजेशन सतत करने को कहा गया है।

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