सेवा और समर्पण का दूसरा नाम है नर्स:शैलेन्द्र कुम्भारे
नर्सो को डायरी, पेन, सैनिटाइजर, मास्क, पानी की बोतल भेंट कर किया सम्मान
बैतूल:- किसी भी बीमार व्यक्ति की सेवा नर्स या पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा जिस निष्ठा, आत्मीयता, त्याग और समर्पण के साथ सहजता से की जाती है, उस तरह से शायद अपना भी न कर पाए। मरीज को नकारात्मक सोच से बाहर निकालकर उसे एक नया जीवन देने में नर्स की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
यह बात बुधवार को अंतरष्ट्रीय नर्सिंग दिवस पर युवा समाज सेवी शैलेन्द्र कुम्भारे द्वारा जिला अस्पताल में नर्सों के सम्मान में व्यक्त की गई। उन्होंने कहा सेवा और समर्पण का दूसरा नाम ही नर्स है। इस अवसर पर शैलेन्द्र कुम्भारे एवं भाजपा खेल प्रकोष्ठ के जिला संयोजक लेखचंद यादव ने जिला चिकित्सालय के कोरोना वार्ड में अपनी जान की परवाह किये बगैर सेवा दे रही नर्सो को डायरी, पेन, सैनिटाइजर, मास्क, पानी की बोतल भेंट कर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर शुभम ठोके, आकाश लोखंडे, कृष्णा ठोके, नितिन लोखंडे, अखिलेश बघेल, बंडू लिखितकर, मोंटी पवार, सौरभ राठौर, अंकित सोनी, शुभम उठवाल, शुभम भावसे आदि युवा उपस्थित रहे।
शैलेन्द्र कुम्भारे ने कहा कि हम सब तो अपने घर मे रहकर सुरक्षित महसूस करते है पर हमारी नर्स बहने अपने परिवार को छोड़कर इस गम्भीर कोरोना जैसी बीमारी में भी अपनी सेवा दे रही है, वहीं भाजपा नेता लेखचंद यादव ने कहा कि मरीज के इलाज में नर्स की अहम भूमिका होती है। जो बिना स्वार्थ हर मरीज की निष्ठा से देखभाल करती है। जिस तरह से कोविड-19 महामारी के चलते हर कोई खौफ में है तथा अपने घरों में रहना चाहते हैं। ऐसे में हमारी नर्स बहने बिना खौफ कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार कर रही हैं। जिससे कई नर्स वायरस की चपेट में आई हैं। बावजूद उन्होंने अपना हौसला नहीं छोड़ा। कई नर्स जो मां भी हैं, बच्चों व परिवार से दूर रहते हुए दिन रात सेवा में न्योछावर रहती हैं, उन्होंने सभी नर्सेज के जज्बे को सलाम किया।
–इस महामारी में अगली पंक्ति में खड़ी है नर्सेस–
लेखचंद यादव ने कहा कि पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रही है। इस लड़ाई में हमारी नर्स बहनों का बहुत बड़ा योगदान है। इनका प्रोत्साहन बढ़ाना हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा इस महामारी से लड़ने में सबसे अगली पंक्ति में खड़ी नर्सेस व अन्य हेल्थ वर्कर्स के लिए यह दिन समर्पित है।