स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ.मोदी स्वस्थ होकर लौटे अपने घर
सारनी। विगत कुछ दिनों पूर्व अचानक स्वास्थ्य खराब होने की वजह से एटक_यूनियन के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राष्ट्रीय परिषद के पूर्व सद्स्य, एटक कोल उद्योग के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष कोल इंडिया लिमिटेड के पूर्व जेबीसीसीआई सदस्य, मध्यप्रदेश सरकार के श्रम कल्याण मंडल और नियुंतम वेतन समिति के पूर्व सलाहकार सदस्य, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ कृष्णा मोदी को परिजनों द्वारा बेहतर इलाज हेतु जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।
परिजनों से प्राप्त जानकारी अनुसार डॉ मोदी के स्वास्थ्य खराबी के कारण उन्हें 30 अप्रैल को वेकोलि चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया परंतु वहा पर ज्यादा स्वस्थ बिगड़ने के कारण उन्हें जिले के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था जहा उनका इलाज आईसीयू में चल रहा था ।इस दौरान डॉ मोदी के स्वास्थ्य खराब होने की सूचना जैसे ही उनके शुभचिंतकों को लगी वे उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे। हालाकि अब डॉ मोदी स्वस्थ होकर शुक्रवार को अपने घर पहुंचे।
आपको ज्ञात हो कि कॉमरेड कृष्णा मोदी देश की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने के बाद 1953 में कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ जाने के बाद से पार्टी के मजदूर यूनियन “एटक” के साथ कार्य प्रारंभ किया। डॉ मोदी एटक कोल फेडरेशन (इंडियन माइन वर्कर्स फेडरेशन) के संस्थापक सदस्य भी है। 1959 में कॉम मोदी ने इंटर कास्ट शादी कर भिलाई में बस गए थे और वहां नंदिनी माइन्स क्षेत्र में एटक यूनियन की स्थापना कर कोयला मज़दूरों के लिए लड़ना शुरू किया । श्रीमती शैल नेल्सन मोदी जी की पोस्टिंग पाथाखेडा क्षेत्र में हो गई जिस वजह से कॉम मोदी यहां आकर बस गए। मजदूर वर्ग के प्रतिनिष्ठा और उनके उत्थान के लिए पूर्ण क्षमता व समर्पण के साथ 67 वर्षों से कार्य कर रहे हैं। कॉम. मोदी वर्ष 1966 में डब्लू.सी.एल में सामान्य मजदूर के रूप में नौकरी प्रारंभ की और वर्ष 1990 में सीनियर सिविल सुपरवाईजर के रूप में रिटायर्ड़ हुये।