Kolkata samachar: विदेशो में ऑप्टोमेट्रिस्ट की भारी मांग। डॉ सुमित्रा अग्रवाल डायरेक्टर आर्टिफीसियल ऑय को

RAKESH SONI

Kolkata samachar: विदेशो में ऑप्टोमेट्रिस्ट की भारी मांग।

डॉ सुमित्रा अग्रवाल
डायरेक्टर आर्टिफीसियल ऑय को


कोलकाता। संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया जैसे विकसित देशों में ऑप्टोमेट्रिस्ट की भारी मांग है। यहां आंखों की हेल्थ केयर और प्रिवेंटिव केयर पर अधिक जोर दिया जाता है।
ऑप्टोमेट्रिस्ट को कई देशों में प्राथमिक नेत्र स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रूप में देखा जाता है।

उच्च योग्यता (Higher Qualifications):

विदेशों में डॉक्टर ऑफ ऑप्टोमेट्री (OD) जैसे उच्च स्तरीय पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जो ऑप्टोमेट्रिस्ट को गहन प्रशिक्षण और विशेषज्ञता प्रदान करते हैं। यह एक 4 साल का स्नातकोत्तर (post-graduate) कोर्स होता है।

रोजगार के अवसर और वेतन (Job Opportunities and Salary):

विदेशों में एक ऑप्टोमेट्रिस्ट की औसत वार्षिक आय $८० ,००० – $१२० ,००० (USD) हो सकती है, जो कि देश और अनुभव पर निर्भर करती है।
विदेशों में अस्पतालों, निजी प्रैक्टिस, हेल्थकेयर संस्थानों और बड़े ऑप्टिकल चेन में जॉब के कई अवसर हैं।
लाइसेंसिंग (Licensing):

विदेश में ऑप्टोमेट्री की प्रैक्टिस के लिए आपको संबंधित देश के लाइसेंसिंग एग्जाम को पास करना पड़ता है। जैसे अमेरिका में नेशनल बोर्ड ऑफ एग्ज़ैमिनर्स इन ऑप्टोमेट्री (NBEO) की परीक्षा देनी होती है।
भारत और विदेश के फायदे:
भारत: यहां करियर शुरू करने का शुरुआती खर्च कम है, और आप जल्दी से अपनी खुद की ऑप्टोमेट्री प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं। यहां की स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विकास हो रहा है, जिससे इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की संभावनाएं भी अच्छी हैं।
विदेश: विदेश में ऑप्टोमेट्रिस्ट को उच्च वेतन और अधिक तकनीकी और रिसर्च से जुड़ा कार्य करने का अवसर मिलता है। यहां आपको नई तकनीकों के साथ काम करने का मौका मिलता है, और करियर में तेजी से उन्नति हो सकती है।

Advertisements
Advertisements
Share This Article
error: Content is protected !!