Sarni samachar: संदिग्ध डेंगू प्रभावित वार्ड को किया आइसोलेट, नपा ने सिविल विभाग के साथ की बैठक, संयुक्त अभियान चलाकर सफाई शुरू

RAKESH SONI

Sarni samachar: संदिग्ध डेंगू प्रभावित वार्ड को किया आइसोलेट, नपा ने सिविल विभाग के साथ की बैठक, संयुक्त अभियान चलाकर सफाई शुरू

पाथाखेड़ा-शोभापुर कॉलोनी के 70 फीसदी घरों के कूलरों में मिला लार्वा, दवाओं का छिड़काव शुरू, डेंगू के संदिग्ध मरीज मिलने के बाद नपा ने वाडों के सुपरवाइजरों को किया अलर्ट, टीम लगाकर लार्वा कर रहे नष्ट, डब्ल्यूसीएल की कॉलोनियों में टेंडर होने के बाद भी सफाई नहीं करते ठेका सफाई श्रमिक।

सारनी। पाथाखेड़ा क्षेत्र के वार्ड 29 में डेंगू के संदिग्ध मरीज मिलने की सूचना के बाद सोमवार को नगर पालिका परिषद सारनी ने पूरे वार्ड का सर्वे किया। सर्वे के दौरान यहां के 70 फीसदी घरों में कूलर लगे पाए गए इतना ही नहीं इनमें पुराना पानी भी मिला जिनमें जीवित लार्वा मिले। सर्वे के दौरान पाया गया कि पाथाखेड़ा में डब्ल्यूसीएल प्रबंधन द्वारा कॉलोनियों में सफाई का टेंडर भी दिया गया, लेकिन ठेका सफाई श्रमिक आते नहीं है। पार्षद की शिकायत के बाद नपा ने सिविल अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में तय हुआ कि नपा और डब्ल्यूसीएल के ठेका श्रमिक मिलकर संयुक्त रूप से सफाई अभियान चलाएंगे।

नगर पालिका परिषद सारनी के सेनेटरी इंस्पेक्टर के.के. भावसार ने बताया कि पाथाखेड़ा के वार्ड 29 में डेंगू के संदिग्ध मरीज मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी। इसी आधार पर सोमवार को टीम द्वारा सर्वे किया गया। पूरे वार्ड को आइसोलेट किया गया। सर्वे के दौरान स्वच्छता शाखा के सभापति गणेश महस्की पूरे समय मौजूद रहे। सर्वे में 70 फीसदी से ज्यादा घरों में कूलरों और अन्य स्थानों पर जमा पानी में जीवित लार्वा पाया गया। इन्हें नष्ट करने की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। वार्ड 29 की पार्षद कविता राजेश पटैया ने बताया कि वार्ड में डब्ल्यूसीएल द्वारा कॉलोनियों की सफाई हेतु ठेके पर रखे गए कोई श्रमिक नहीं आते। नपा द्वारा यहां चार से पांच सफाई कामगार तैनात किए गए हैं। इसके बाद नगर पालिका और वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड पाथाखेड़ा क्षेत्र के सिविल विभाग के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। सिविल विभाग ने ठेकेदार को मंगलवार से ही श्रमिकों को कॉलोनियों में भेजने का अल्टीमेटम दिया। मंगलवार से नपा और डब्ल्यूसीएल के ठेका श्रमिक संयुक्त रूप से सफाई अभियान चलाएंगे। इस दौरान मलेरिया इंस्पेक्टर रूपलाल परते भी यहां पहुंच गए थे और उन्होंने यहां जांच शुरू कर दी। सेनेटरी इंस्पेक्टर ने बताया कि पूरे शहर में डेंगू को लेकर पहले ही सर्वे शुरू कर दिया गया था। चूंकि डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छरों का लार्वा घरों के भीतर साफ पानी में पनपता है इसलिए आम लोगों को भी घरों के भीतर ज्यादा समय तक साफ पानी जमा नही होने देना चाहिए। कम से कम सप्ताह में एक बाद इसे साफ करना चाहिए। सभापति गणेश महस्की ने बताया कि प्रभावित वार्ड में युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।

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