Sarni samachar:नगर पालिका ने वन विभाग की मदद से 10 दिनों में पकड़े 33 से ज्यादा हिंसक बंदर, अभियान सतत जारी

RAKESH SONI

Sarni samachar:नगर पालिका ने वन विभाग की मदद से 10 दिनों में पकड़े 33 से ज्यादा हिंसक बंदर, अभियान सतत जारी

रिहायशी क्षेत्रों से पकड़े जा रहे बंदर, वार्ड 4, 5, 6, 7, 8, 9, 11 एवं 12 समेत अन्य वार्डों में ज्यादा आतंक ।

सारनी। नगर पालिका परिषद सारनी द्वारा रिहायशी क्षेत्रों से बंदरों के पकड़ने का अभियान लगातार जारी है। नगर पालिका द्वारा 10 दिनों में 33 से ज्यादा हिंसक बंदरों को पकड़ा गया। नपा और वन विभाग की टीम आपसी समन्वय के साथ उक्त अभियान को चला रही है।

शहर के रिहायशी क्षेत्रों में बंदरों के आतंक और उनके हिंसक हमलों से कई लोगों को नुकसान हो चुका हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाने के निर्देश दिए। कलेक्टर बैतूल के निर्देशानुसार नगर पालिका परिषद सारनी द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। इसमें वन विभाग सहयोग कर रहा है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी.के. मेश्राम ने बताया कि 1 अप्रैल से सतत अभियान चलाया जा रहा है। इन 10 दिनों में नगर पालिका द्वारा 33 से ज्यादा हिंसक प्रवृत्ति के बंदरों को पकड़कर उन्हें शहर के बाहर जंगलों में छोड़ा गया। सेनेटरी इंस्पेक्टर केके भावसार ने बताया कि वार्ड 4, 5, 6, 7, 8, 9, 11 एवं 12 बंदरों को लेकर ज्यादा संवेदनशील वार्ड है। इसके अलावा 10 एवं 3 नंबर समेत अन्य वार्डों में भी उक्त कार्यवाही की जा रही है। नगर पालिका के पशु वाहन की सहायता से पकड़े गए बंदरों को शहर के बाहर छोड़ा जा रहा है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी.के. मेश्राम ने बंदरों को पकड़ने के अभियान में जुटे कर्मचारियों से सभी वार्डों में सतत निगरानी रखने और बंदरों को पकड़ने की कार्यवाही का संपूर्ण डिजीटल एवं मैन्युअल डाटा रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी को बगैर नुकसान पहुंचाए पकड़कर सकुशल जंगलों में छोड़ा जाना है। इसका पूरा ध्यान रखा जाएं। मुख्य नगर पालिका अधिकारी के निर्देशानुसार वन विभाग के निर्देशन में बंदरों को शहर से दूर जंगलों में छोड़ा जा रहा है।

लोगों का मिल रहा सहयोग, बंदर पकड़ने में कर रहे मदद

नपा और वन विभाग की टीमों को वार्डों में लोगों का भी सहयोग मिल रहा है। सेनेटरी इंस्पेक्टर केके भावसार ने बताया कि वार्डों में लोग टीम के साथ बंदरों को पकड़ने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से बंदरों से कोई भी खाद्य सामग्री नहीं देने का आग्रह किया है।

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