सेवानिवृत्त अधिकारी कर्मचारीयों ने समिती को दिया आर्थिक सहयोग।

सारनी। स्व सुरक्षा निधी समिती के सचिव अम्बादास सूने ने बताया कि समिती 1975 से अधिकारी, कर्मचारीयों के हित में कार्य कर रही है । वर्तमान में समिती का कार्य क्षेत्र मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के ताप विद्युत एवं जल विद्युत गृह के साथ ही मुख्यालय जबलपुर है। सभी स्थानों में सदस्य बनाए जा रहे हैं। सेवानिवृत्त होने के पश्चात समिती द्वारा निर्धारित सहयोग राशि अधिकारी और कर्मचारियों को उनके बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी जाती है। वर्ष 2021 से सेवानिवृत्त हुए कार्मिकों द्वारा पुन: आर्थिक सहयोग स्व सुरक्षा निधी समिती के पवित्र उद्देश्य को ध्यान में रखकर प्रदान किया जा रहा है। सबसे पहले दिसंबर 2017 में कार्यपालक निदेशक मानव संसाधन एवं प्रशासन जबलपुर मुख्यालय में प्रभात कुमार श्रीवास्तव संयुक्त सचिव कार्मिक एक के पद से सेवानिवृत्त हुए । श्री पी के श्रीवास्तव द्वारा सबसे पहले अपनी सहयोग राशि समिती को अनुदान स्वरूप दी। इस विषय पर सतपुडा ताप विद्युत गृह के सुरेश नावलेकर और गोपाल अरोरा ने विस्तृत चर्चा समिती के सचिव अम्बादास सूने के साथ कर , सेवानिवृत्त कार्यक्रम में इस विषय को रखा । धीरे धीरे सेवानिवृत्त कार्मिकों को प्रेरित किया और यह क्रम शुरू हुआ। अब तक सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता सरज चौहान, आर के गुप्ता, एस के वागदरे, आर सी सक्सेना अधीक्षण अभियंता सिविल, सुरेश खातरकर लेखा अधिकारी सतपुड़ा ताप विद्युत गृह,आशाराम पवार, विनय तरटे श्रीसिंगाजी ताप विद्युत गृह दोंगलिया सहित 72 अधिकारी और कर्मचारियों ने सेवानिवृत्त के बाद सहयोग राशि पुन समिती को वापस कर सराहनीय कार्य किया है। सतपुड़ा ताप विद्युत गृह से दिसंबर 23 में सेवानिवृत्त हुए जी एस पिल्लई, ब्रजवासी पटेल, हेमलता मौखेडे एवं विमला पवार ने अपनी राशि समिती को अनुदान स्वरूप प्रदान करने की सहमति दी ।