गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जाए
श्री योग वेदांत सेवा समिति ने सौंपा ज्ञापन, हर्षोल्लास से मनाई गीता जयंती
बैतूल। श्री योग वेदांत सेवा समिति के तत्वावधान में श्री राधाकृष्ण मंदिर बैतूल गंज में शुक्रवार को मोक्षदा एकादशी पर गीता जयंती का कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही गीता जी को राष्ट्रीय ग्रंथ का दर्जा दिलाने के लिए कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस को महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा गया।
कार्यक्रम अंतर्गत श्री राधाकृष्ण मंदिर गंज में पंडित अनंतराम तिवारी द्वारा श्री योग वेदांत सेवा समिति के संरक्षक राजेश मदान से श्रीमदभगवद गीता का विधिवत पूजन करवाया गया। श्री मदान ने गीता जयंती के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने जिस दिन अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था उसे गीता जयंती के रूप में मनाया जाता है यह मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी को मनाई जाती है और इस दिन विधिपूर्वक भगवान श्रीहरि का पूजन व उपवास करने पर हर तरह के मोह से मोक्ष मिलता है इसलिए इसका नाम मोक्षदा एकादशी रखा गया है। उन्होने कहा कि पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू ने भी अपने गीता संदेश में कहा है कि भगवत गीता के दिव्य ज्ञान से साहस, हिम्मत, समता, सहजता, स्नेह, शांति और धर्म आदि दैवी गुण विकसित हो उठते है अधर्म और शोषण का मुकाबला करने का सामथ्र्य आ जाता है। इसलिए प्रत्येक युवा को गीता के श्लोक कंठस्थ करने चाहिए। ज्ञापन में मांग की गई है कि गीता जी के श्लोकों और संदेशों को जीवन में आत्मसात करने के लिए इसे राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कर विद्यालयों और महाविद्यालयों में अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाना चाहिए। कार्यक्रम में महिला मंडल द्वारा भी गीता जी का पूजन किया गया। आयोजन में समिति संरक्षक राजेश मदान के साथ अनूप मालवीय, रोहित मिश्रा, किशोरीलाल झरबड़े, राजीव रंजन झा, महिला उत्थान मंडल बैतूल की अध्यक्ष श्रीमती रूपा विश्वकर्मा, शोभा चंदेल, संध्या सोनी, लता झपाटे, अनिता मानकर सहित बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी श्रद्धालु शामिल हुए। कार्यक्रम के अंत में भगवान श्री कृष्ण व गीता जी की आरती कर प्रसाद वितरित किया गया। सैंकड़ों लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।