जीवन में छोटी असफलताओं से विचलित न हों
बड़ी सफलता के लिए अनंत सोच विकसित करें :- कलेक्टर
जिले के 50 छात्र-छात्राएं यूपीएससी की नि:शुल्क कोचिंग के लिए चयनित
केरियर मार्गदर्शन एवं सम्मान समारोह में तैयारी के लिए दिए गए टिप्स
कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस की पहल से मिल रही है जिले के विद्यार्थियों को आईएएस परीक्षा की नि:शुल्क कोचिंग
बैतूल। कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस ने कहा कि जिले में विजन आईएएस संस्था के माध्यम से यूपीएससी की नि:शुल्क कोचिंग ले रहे विद्यार्थियों से अपेक्षा है कि छोटी-छोटी असफलताओं से विचलित न हों। बड़ी सफलता के लिए अनंत सोच विकसित करें। साथ ही सफलता के लिए अपने जज्बे को बनाए रखें। नि:शुल्क कोचिंग के लिए चयनित विद्यार्थियों के अभिभावकों से भी अपेक्षा है कि विद्यार्थियों को पूरी ताकत के साथ प्रोत्साहित करें एवं सफलता के लिए उनका मनोबल बढ़ाए। उन्होंने कहा कि जीवन एकयात्रा है इसमें सफलता, असफलता दोनों जुड़े होते हंै। असफलताओं को नजरअंदाज कर हमें सफलता के मार्ग पर आगे बढऩे के लिए सदैव प्रयास करना चाहिए। श्री बैंस रविवार को विजन आईएएस संस्था के माध्यम से यूपीएससी की निशुल्क कोचिंग के लिए चयनित विद्यार्थियों के लिए आयोजित केरियर मार्गदर्शन एवं सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान विद्यार्थियों के अभिभावक भी मौजूद थे। समारोह में सीईओ जिला पंचायत श्री अक्षत जैन, चार्टेड अकाउंटेंट एवं राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशक श्री सुनील हिराणी, सहायक कलेक्टर श्री एश्वर्या वर्मा, संस्था की संचालक सुश्री दीपाली चतुर्वेदी, आईएएस फेकल्टी डॉ.श्रुति जोशी विशेष रूप से उपस्थित थे। गौरतलब है कि कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस की पहल से जिले में पहली बार विद्यार्थियों को यूपीएससी परीक्षा की नि:शुल्क कोचिंग उपलब्घ कराने की व्यवस्था की गई है।
समारोह को संबोधित करते हुए सीईओ जिला पंचायत श्री अक्षत जैन ने कहा कि आईएएस जैसी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के लिए सेल्फ मोटिवेशन पहली कड़ी है। इसकी तैयारी के लिए विद्यार्थी का दृष्टिकोण एवं रणनीति स्पष्ट होना चाहिए। परीक्षा के लिए किस तरह के अध्ययन की जरूरत है, वह भी विद्यार्थियों को समझना होगा। विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी की बेहतर योजना बनाए एवं अध्ययन की मजबूत बुनियाद तैयार करें। यह भी जरूरी है कि वे परीक्षा की तैयारी को बोझ न समझे। साथ ही समय का सदुपयोग करना सीखे। स्वयं में नकारात्मक उर्जा विकसित न होने दें। प्रशासन नियमित रूप से उनके लिए आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगा। कार्यक्रम में सहायक कलेक्टर श्री एश्वर्या वर्मा ने विद्यार्थियों को अपने अध्ययन के अनुभव शेयर करते हुए कहा कि हमेशा ध्यान रखे कि सीखने की जिज्ञासा कम न हो। तैयारी के साथ विद्यार्थियों की सामान्य दिनचर्या भी प्रभावित न हो। पढ़ाई के लिए कठिन मेहनत जरूरी है एवं परीक्षा के लिए किस तरह अध्ययन करना है यह भी विद्यार्थियों को समझना होगा। समारोह में चार्टेड अकाउंटेंट श्री सुनील हिराणी ने जिले में यूपीएससी की निशुल्क कोचिंग व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि यह एक ऐसी शुरूआत है जो जिले के विद्यार्थियों को एक असीम ऊंचाईयों तक ले जाएगी। यूपीएससी में चयनित विद्यार्थी जिले का नाम रोशन करेंगे। इस दौरान उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए रणनीति बनाने के टिप्स भी विद्यार्थियों को दिए। विजन आईएएस संस्था की डॉयरेक्टर सुश्री दीपाली चतुर्वेदी द्वारा विद्यार्थियों से कहा गया कि वे दिशाहीन तैयारी से बचे। संस्था प्री फाउंडेशन कोर्स तैयार करके उनको उपलब्ध कराएगी। परीक्षा में सफलता के लिए रील लाईफ से हटकर रियल लाईफ में आना होगा। चयनित विद्यार्थियों को 18 महीने की कोचिंग प्रदान की जाएगी जो ऑनलाईन एवं ऑफलाईन दोनों तरह की होगी। कोचिंग के दौरान विद्यार्थियों की सिविल सेवा की तैयारी के साथ-साथ उनमें कौशल क्षमता के विकास, भावनात्मक परिपक्वता और उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा। विजन आईएएस की फेकल्टी डॉ.श्रुति जोशी ने इस दौरान कहा कि जिले के बच्चे यूपीएससी की कोचिंग के लिए दिल्ली नहीं जा सकते थे। जिला प्रशासन के सहयोग से उनको बैतूल में ही सिविल सेवाओं की तैयारी कराई जाएगी। जिसके लिए विजन आईएएस कोचिंग पूरे समर्पित भाव से कार्य करेगी।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस के प्रयासों से विजन आईएएस संस्था के माध्यम से जिले के विद्यार्थियों को निशुल्क यूपीएससी की कोचिंग उपलब्घ कराने की व्यवस्था की गई है। संस्था द्वारा विद्यार्थियों के चयन की प्रक्रिया में जिले के 1500 छात्र-छात्राओं ने लिखित परीक्षा में भाग लिया। जिनमें से 130 अभ्यर्थियों ने साक्षात्कार प्रक्रिया में भागीदारी की। निशुल्क कोचिंग के लिए 50 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया। समारोह में इन विद्यार्थियों को कलेक्टर एवं अन्य अतिथियों द्वारा अध्ययन सामग्री भी प्रधान की गई ।