हरियाली तीज पर बन रहे तीन शुभ योग जानते है वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा से क्यों करे शिव-गौरी की पूजा
हरियाली तीज पर बन रहे तीन शुभ योग, शिव-गौरी की पूजा से दोगुने फल की होगी प्राप्ति
कोलकाता। सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। सुहागिन महिलाओं के लिए यह पर्व बहुत ज्यादा महत्व रखता है। हरियाली तीज के दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस पर्व पर हरे रंग का अधिक महत्व होता है, इसलिए इसे हरियाली तीज कहा जाता है। महिलाएं इस दिन हरे रंग की साड़ी, हरी चूड़ियां आदि पहनती हैं।
इस बार बन रहे तीन शुभ योग
इस बार हरियाली तीज पर 3 शुभ योग कब-बन रहे हैं। इस बार की हरियाली तीज को बहुत खास माना जा रहा है, क्योंकि इस दिन रवि योग, सिद्ध योग और साध्य योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस दिन व्रत रख कर पूजा करने से दोगुने पुण्य फल की प्राप्ति होगी।
हरियाली तीज पर बन रहे 3 शुभ योग
इस साल हरियाली तीज पर सुबह से लेकर रात 09 बजकर 19 मिनट तक सिद्ध योग रहेगा। इसके बाद साध्य योग बनेगा, जो कि अगले दिन सुबह तक रहेगा। रवि योग देर रात 01 बजकर 47 मिनट से शुरू होगा और अगले दिन 20 अगस्त को सुबह 05 बजकर 53 मिनट पर खत्म होगा। इसके अलावा इस दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है, जो सुबह से लेकर देर रात 01 बजकर 47 मिनट तक है।
तीज कब है हरियाली तीज ?
इस साल हरियाली तीज का उत्सव 19 अगस्त 2023 को है। सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 18 अगस्त को रात 8 बजकर 1 मिनट से शुरू हो रही है। ये तिथि अगले दिन 19 अगस्त को रात 10 बजकर 19 मिनट पर समाप्त हो जाएगी।
हरियाली तीज की पूजा का शुभ मुहूर्त
१९ अगस्त को हरियाली तीज वाले दिन पूजा के लिए शुभ समय सुबह ०७ बजकर ३० मिनट से ०९ बजकर ०८ मिनट तक है। इसके बाद दूसरा मुहूर्त दोपहर में १२ बजकर २५ मिनट से शाम ०५ बजकर १९ मिनट तक है। वहीं अभिजीत मुहूर्त की बात करें तो इस दिन ११ बजकर ५८ मिनट से दोपहर १२ बजकर ५१ मिनट तक अभिजीत मुहूर्त है।
हरियाली तीज की पूजा विधि
• हरियाली तीज के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि करने के बाद नए वस्त्र पहनें।
• इस दिन सोलह श्रृंगार जरूर करें और पूरे दिन व्रत रहें।
• हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के साथ ही गणेश जी की भी पूजा की जाती है।
• पूजा के लिए एक चौकी तैयार करें और उसपर पीले रंग का कपड़ा बिछा दें।
• फिर इस चौकी में भगवान की मूर्तियां स्थापित करें और भगवान को नए वस्त्र पहनाएं।
• पूजा सामग्री को भगवान की मूर्तियों में अर्पित करें।
• इसके बाद माता पार्वती को सोलह श्रृंगार से जुड़े सभी सामान, साड़ी और चुनरी अर्पित करें।
• पूजा के दौरान हरियाली तीज की व्रत कथा जरूर सुनें या पढ़ें। इसके बाद आरती करें।