हादसे में जान गंवाने वाले बेटे की स्मृति में होगा, हादसों में जान बचाने वालों का सम्मान
8 साल, 591 दुर्घटनाओं में 690 घायलों की जिदंगी बचाने वाले ऑटो एम्बुलेंस चालक बने जीवन रक्षक
बैतूल। लोग कहते है कि कुछ वर्षों पहले तक शहर की सडक़ों पर एम्बुलेंस का सायरन सुनने मिल जाता था, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में और खासतौर पर साप्ताहिक बाजार के दिनों में यह आम बात थी। ऐसा नहीं है कि शहर और आसपास हादसे नहीं हो रहे, लेकिन कोई एम्बुलेंस को बुुलाएं उससे पहले ही बैतूल, मुलताई और आमला शहर में ऑटो एम्बुलेंस बन जाते है। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा बैतूल, आमला एवं मुलताई में संचालित ऑटो एम्बुलेंस योजना से जुड़े ऑटो चालकों ने पिछले आठ वर्षों में 209 ऑटो एम्बुलेंस चालकों ने 591 दुर्घटनाओं में 690 घायलों की जान बचाई और 30 शवों का भी परिवहन किया है।
सडक़ पर तड़पती जिदंगी को बचाने के लिए तत्परता दिखातो हुए गोल्डन ऑवर में हास्पीटल पहुंचाने वाले ऑटो एम्बुलेंस चालकों द्वारा की जा रही इस भलाई की सप्लाई का सम्मान एक पिता द्वारा 15 जुलाई को किया जा रहा है। हम बात कर रहे है समाजसेवी बलवीर मालवी की जिन्होंने अपने बेटे अभिषेक और भतीजे शैलेंद्र को एक दर्दनाक सड़क हादसे में खो दिया था। अपने दिवंगत बेटे की स्मृति में दुर्घटना के बाद सड़क पर तड़पती जिदंगी बचाने वाले ऑटो चालकों का सम्मान करना साहस भरा निर्णय है जो निसंदेह सड़क पर यातायात नियमों की अनदेखी करने वाले लोगों के लिए प्रेरणा बनेगा।
15 जुलाई को बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति एवं विश्वकर्मा बढई समाज समिति द्वारा स्व. अभिषेक (छोटू) मालवी की स्मृति में जीवन रक्षक सम्मान का आयोजन शाम 4 बजे से किया जा रहा है। कार्यक्रम संयोजक समाजसेवी बलवीर मालवी ने बताया कि सम्मान समारोह में सांसद डीडी उईके, पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल, कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस, एसपी सिद्धार्थ चौधरी, सीईओ जिला पंचायत अभिलाष मिश्रा, सीएमएचओ डॉ सुरेश बौद्ध, सीएस डॉ अशोक बारंगा, आरटीओ अनुराग शुक्ला, भाजपा जिला अध्यक्ष बबला शुक्ला, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा एवं विश्वकर्मा समाज समिति के जिला अध्यक्ष गणेश प्रसाद मालवी की गरिमामयी मौजूदगी में ऑटो एम्बुलेंस चालकों एवं योजना के क्रियान्वयन में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सहयोग करने वाले जिले के सेवीभावी जनों को जीवन रक्षक सम्मान से नवाजा जाएगा।
गौवंश और लंगूरों की ऑटो चालकों ने बचाई जान
जिले के तीन शहरों में पिछले आठ वर्षों में ऑटो एम्बुलेंस चालकों ने सडक़ हादसे में घायलों के साथ-साथ वन्य प्राणी लंगूर, गौवंश की भी मदद की है। गौरतलब है कि बैतूल में 16 सितंबर 2016 को पहली बार ऑटो एम्बुलेंस दौड़ी थी। 16 सितंबर 2016 से 9 जुलाई 2023 तक बैतूल के सैकड़ों ऑटो चालकों ने 446 दुर्घटनाओं में 515 घायलों एवं 27 शवों का परिवहन किया। 15 दिसंबर 2019 से अब तक आमला में 35 दुर्घटनाओं में 39 घायलों की जान बचाई गई वहीं 5 जनवरी 2020 से अब तक 110 दुर्घटनाओं में 136 घायलों के लिए ऑटो एम्बुलेंस दौड़ी। तीन शहरों के ऑटो एम्बुलेंस चालको ने 591 दुर्घटनाओं में 690 घायलों एवं 30 शवों का परिवहन किया गया। कोराना काल में भी ऑटो एम्बुलेंस के पहिए थमे नहीं बैतूल में 5 एवं आमला में 8 ऑटो एम्बुलेंस चालकों ने पीपीई किट पहनकर सैकड़ों पॉजिटिव मरीजों को इस दौरान अस्पताल, कोविड केयर सेंटर एवं अस्पताल से घर पहुंचाया।चार प्रकरणों में ऑटो एम्बुलेंस चालकों द्वारा नि:शुल्क सेवा दी गई। शव परिवहन करने वाले ऑटो चालकों को पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल द्वारा प्रोत्साहन राशि दी जाती है। योजना के क्रियान्वयन में संस्था सचिव भारत पदम, ईश्वर सोनी, प्रदीप निर्मले, हर्षित पंडाग्रे, सुमित नागले, नीलेश उपासे, वंश पदम, जमुना पंडाग्रे का निरंतर सहयोग प्राप्त हो रहा है।
ऑटो एम्बुलेंस बनी भलाई की सप्लाई
ऑटो एम्बुलेंस को अब भलाई की सप्लाई के रुप में पहचान मिल चुकी है । बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी पदम ने बताया कि पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल, डॉ ममता श्रीवास्तव, डॉ जया श्रीवास्तव, आरडी पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर ऋतु खण्डेलवाल, समाजसेवी नीरजा श्रीवास्तव, अनुराग मिश्रा, डॉ रानू वर्मा, अनूप जायसवाल, सीए प्रदीप खण्डेलवाल, अभिमन्यु श्रीवास्तव, जमुना पंडाग्रे, दीपक सलूजा, धीरज बोथरा, डॉ विनय सिंह चौहान, धीरज हिराणी, डॉ नूतन राठी, डॉ दीप साहू, माधुरी पुजारे, ललिता मानकर, मंजुला पाठक, मुकेश गुप्ता, एसडीओपी नम्रता सोधिया, अमित गोठी, तुलसी मालवीय, योगी खण्डेलवाल, मेहरप्रभा परमार, नीलम वागद्रे, सरिता अतुलकर, मंजू लंगोटे, माधवी ठाकुर, अनिल खवसे, बलवीर मालवी, ओमवती विश्वकर्मा, प्रचिति कमाविसदार के सहयोग से योजना का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। आमला में समाजसेवी मनोज विश्वकर्मा और मुलताई में दीपेश बोथरा के संयोजन में योजना संचालित है। पुलिस, स्वास्थ्य, यातायात, परिवहन एवं अन्य संबंधित विभागों का योजना के क्रियान्वयन में समय-समय पर मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो रहा है। साझा प्रयासो से ही जिले में भलाई की यह सप्लाई सतत जारी है।