रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं स्‍वाद से भरपूर हैं ये 4 चटपटी चटनी

RAKESH SONI

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं स्‍वाद से भरपूर हैं ये 4 चटपटी चटनी

क्‍या आप जनते हैं कि भोजन के स्‍वाद को बढ़ाने के साथ चटनी के सेवन से आपको पोषण भी मिलता है। य‍कीन नहीं आ रहा न, तो चलिए 4 तरह की चटपटी लजीज च‍टनी बनाने के तरीके और उसके फायदों की जानकारी लेते हैं।

कच्चे आम की खट्टी-मीठी चटनी…..

कच्‍चे आम की यानी कैरी की चटनी का नियमित सेवन करने से खाने का स्‍वाद बढ़ने के साथ विटामिन-सी, ए और बी भी भरपूर मात्रा में मिलता है। यह प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और नई कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होती है। इसके अलावा पेट और पाचन संबंधी समस्याओं में भी बहुत फायदेमंद होती है। इसे बनाने के लिए आपको कच्‍ची कैरी–3, प्याज–1, जीरा–आधा छोटा चम्मच, नमक और लाल मिर्च–स्वादानुसार, गु़ड़ की 1 डली और पुदीने की जरूरत होती है। इसके लिए सबसे पहले कैरी और प्याज को मध्यम आकार या छोटे टुकड़ों में काट लें। अब इन्हें मिक्सर में सभी मसाले मिलाकर पीस लें। आपकी कैरी की चटनी तैयार है। आप इसमें अपने स्वाद के हिसाब से नमक, मिर्च या गुड़ की मात्रा बढ़ा या घटा सकते है।

 

आंवले की चटनी…..

 

आंवला काफी सेहतमंद होता है इसलिये इसको किसी ना किसी रूप में सेवन जरुर करना चाहिये। आंवले को आप चटनी के रूप में भी ले सकते हैं। यह स्‍वादिष्‍ट होने के साथ पौष्टिक भी होती है। आंवले की चटनी में मौजूद आंवले में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। अगर हम इस चटनी में थोड़ी सी अदरक और नींबू मिला दें तो इसकी पौष्टिकता बहुत अधिक बढ़ जाती है। आंवले की चटनी बनाने के लिए हमें आवंला और गुड़ -250 ग्राम, नमक -½ छोटी चम्मच, काला नमक -1 छोटी चम्मच, इलायची पाउडर -½ छोटी चम्मच, लाल मिर्च पाउडर -¼ छोटी चम्मच और गर्म मसाला-1 छोटी चम्मच की जरूरत होती है। इसे बनाने के लिए किसी बर्तन में ½ कप पानी और आंवला डालकर नर्म होने तक पकायें। जब यह उबलकर तैयार हो जाये तो गैस बंद करके इसे प्‍याले में निकाल लें। आंवले के बीज हटाकर इसे पीसकर बारीक पेस्ट बना लें। फिर पीसे आंवले वाले पैन को गैस पर रखकर उसमें गुड़, नमक, काला नमक, इलायची पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और गर्म मसाला डाल कर मिला लें।

 

धनिया-पुदीने की चटनी…..

 

धनिया और पुदीने की पत्तियों में कई माइक्रो मिनरल जैसे कैल्शियल, पोटैशियम, मैग्निशियम आदि मौजूद होते हैं। अगर इसमें लहसुन, अदरक और प्याज पीसकर डालें तो अदरक के पाचन संबंधी गुण भी इसमें मिल जाते हैं। इसी तरह से लहसुन में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल पेट को हेल्‍दी रखता है। इस तरह धनिए-पुदीने की चटनी बेहद हेल्दी हो जाती है। इसके अलावा आंतों की समस्या, प्रसव के समय, बुखार और दस्त में भी यह फायदेमंद है। इसे बनाने के लिए हमें पुदीने और धनिये की पत्त‍ियां –आधा-आधा कप, लहसुन की कली -4-5, थोड़ी सी अदरक, कच्‍चा आम -1 हरी मिर्च स्वादानुसार, नमक स्वादानुसार, जीरा – आधा चम्मच, काला नमक – स्वादानुसार की जरूरत होती है। इसके बनाने के लिए पुदीने और धनिये की पत्त‍ियों को धो लें। इसके बाद इसमें सभी चीजों को मिलाकर मिक्सर में पीस लें। इस चटनी को आप अपनी सुविधा के हिसाब से तरह या गाड़ी बना सकते हैं।

 

इमली की चटनी….

 

गर्मी के दिनों में इमली की चटनी आपकी बॉडी की तासीर को ठंडा करता है और गर्मी के दुष्प्रभाव से बचाता है। इसके अलावा यह पाचन के लिए फायदेमंद है और उल्टी, जी मचलाना या दस्त जैसी समस्याओं में भी बहुत लाभकारी होती है। इसे बनाने के लिए आपको इमली –1 कटोरी, पानी- आवश्यकतानुसार, हींग –1 चुटकी, जीरा –आधा चम्मच, काला नमक –स्वादानुसार, नमक स्वादनुसार, लाल मिर्च – दो चुटकी या स्वादानुसार की जरूरत होती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले इमली को कुछ समय तक गुनगुने पानी में गलाकर रखें। अब इसके बीज निकाल लें और गुड़ एवं सभी मसाले डालकर इसे मिक्सी में बारीक पीस लें। अब इस मिश्रण को उबाल लें और बने हुए पेस्ट को जीरे का छौंक लगाएं। इमली की चटनी तैयार है।

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