आदि गुरु शंकराचार्य की जयंती मना कर मनाया एकात्मता पर्व।
शाहपुर। मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद शाहपुर द्वारा शासकीय महाविद्यालय में आदि गुरु शंकराचार्य की जयंती के शुभ अवसर पर एकात्म पर्व का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सेवा निवृत्त प्रधान पाठक श्री कापसे गुरुरजी ,वरिष्ठ समाजसेवी आदरणीय सरसोदे जी मुख्य वक्ता डॉक्टर शैली जैन विशिष्ट अतिथि विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री एस के जैन सर , सीएमक्ल्डीपी विद्यार्थी,जनसेवा मित्र एवं सभी वरिष्ठ जन उपस्थित रहे । इस अवसर पर अद्वैत वेदांत दर्शन पर संभाग समन्वयक श्री कौशलेश तिवारी जी ने विस्तार से अपनी बात रखी और सभी को अद्वैत वेदांत दर्शन के बारे में बताया कार्यक्रम में सभी नवांकुर संस्थाएं एवं सीएमसीएलडीपी के मेंटर्स एवं सामाजिक कार्यकर्ता कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान की देवी मां सरस्वती के चित्र पर एवं आदि गुरु शंकराचार्य जी के चित्र पर मुख्य अतिथियों द्वारा पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ शैली जैन ने भगवान आदि गुरु शंकराचार्य जी के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला इसी दौरान उन्होंने बताया कि आदि गुरु शंकराचार्य जी ने चारों दिशाओं में चार मठों की स्थापना की जो भारतीय संस्कृति एवं धर्म को एकता के सूत्र में बांधते हैं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री एस के जैन द्वारा संबोधित करते हुए शासन की विभिन्न प्रकार की योजनाओं के बारे में बताया साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित जनसेवा मित्रों द्वारा भी उन्होंने अपने अनुभव शेयर किए। मुख्य अतिथि श्री कापसे गुरु जी ने भगवान आदि शंकराचार्य जी के जीवन के अनछुए पहलुओं के बारे में चर्चा की साथी वरिष्ठ समाजसेवी सरसों दे गुरुजी ने भी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य को आशाओं के वशीभूत नहीं रहना चाहिए आशाओं को अपने वशीभूत करना चाहिए। कार्यक्रम में कार्यक्रम में पधारे हुए संभाग समन्वयक श्री कॉसलेस जी तिवारी ने भगवान आदि गुरु शंकराचार्य जी के अद्वैत सिद्धांत की विस्तृत व्याख्या की।प्रस्फुटन समिति नवांकुर संस्था के सदस्य विशेष रूप से उपस्थित रहे। ।अंत में सभी का आभार व्यक्त ब्लॉक समन्वयक विवेक मालवीय ने किया।