सतपुड़ा प्लांट के कर्मचारीयों की कॉलोनी में नहीं रुक रहा चोरी का सिलसिला

RAKESH SONI

सतपुड़ा प्लांट के कर्मचारीयों की कॉलोनी में नहीं रुक रहा चोरी का सिलसिला

सारणी। सतपुड़ा प्लांट में कार्यरत कर्मचारियों की कॉलोनी में चोरियां लगातार बढ़ती जा रही है चोरों द्वारा रिटायर्ड कर्मचारी के आवास को भूमिगत कर आवास की ईंट तक बेच दी गई और अब कॉलोनी के लगातार खिड़की दरवाजे निकालकर बेचे जा रहे हैं चोरों द्वारा बीती रात सारणी के वार्ड क्रमांक 12 में कर्मचारियों को पानी वितरित करने के लिए बनाई गई पानी की टंकी में ऊपर चढ़ने के लिए बनाई गई लोहे की सीढ़ी को काट कर ले जाया गया जिसके कारण पानी की टंकी अब क्षतिग्रस्त हो गई है जो कभी भी गिर सकती है इस तरह चोरों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं चोर कभी कर्मचारी कॉलोनी को निशाना बनाते हैं तो कभी प्लांट को इस तरह शासकीय संपत्ति का लगातार नुकसान हो रहा है परंतु इस ओर प्रबंधन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता

बीती रात को ही सारणी के वार्ड क्रमांक 6 में स्थित गैलन टैंक से चोरों द्वारा वाल का पीतल का स्पिंडल भी निकाल लिया गया जिसका बाजार मूल्य लगभग ₹200 होगा परंतु इस स्पिंडल को निकालने के लिए गैलन टैंक के मुख्य वाल को छतिग्रस्त कर दिया जिसके कारण कर्मचारियों की कॉलोनी में पानी की व्यवस्था भी बाधित रही क्षेत्र में चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि इनके द्वारा आए दिन कर्मचारी कॉलोनी को निशाना बनाया जाता है जबकि क्षेत्र में 2 सुरक्षा एजेंसी होने के बावजूद भी इस पर अंकुश नहीं लगाया जा पा रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडल के सुरक्षा जवान के अलावा जो दूसरी एजेंसी सुरक्षा के लिए सारणी में लगाई जाती है उन पर कॉलोनी की सुरक्षा का भी जिम्मा होता है
सतपुड़ा प्लांट के सिविल विभाग पर पानी की व्यवस्था एवं कॉलोनी के देख रेख का जिम्मा होता है परंतु लगातार हो रहे रिटायरमेंट के कारण सिविल में आवश्यकता के अनुसार अधिकारी एवं कर्मचारी नहीं बचे जिसके कारण सारणी नगर की कर्मचारियों की कॉलोनी का उचित रखरखाव नहीं हो पा रहा है अक्सर नगर वासियों द्वारा सुनाया बताया जाता है कि क्षेत्र की उदासीनता के लिए हमारे प्रबंधन द्वारा कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाना चिंता का विषय है

प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्मचारी कॉलोनी में पानी की सप्लाई के लिए पर्याप्त कर्मचारी नहीं है पानी की उचित व्यवस्था हो इसके लिए 3 कर्मचारियों को ठेके पर रखने के लिए एक प्रपोजल सिविल विभाग द्वारा फरवरी माह में हेड क्वार्टर जबलपुर को भेजा गया किंतु प्रबंधन की उदासीनता के कारण अभी तक उस प्रपोजल को स्वीकृति नहीं मिली

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