सेवानिवृत्ति ऑफिसरों ने किया वरिष्ठ श्रमिक नेताओं का सम्मान।
कोल इंडिया तक मजदूरों की आवाज बुलंद कर चूके है डॉ कृष्णा मोदी और डॉ बी.के.राय।
सारनी। वेकोलि पाथाखेड़ा क्षेत्र के स्वर्ण काल (1980 – 90) के दशक में बिजली विभाग में लोकप्रिय इंजीनियर एस. एन सिंह और पर्सनल ऑफिसर अविनाश कौशिक गुरुवार को नागपुर से दिग्गज नेताओं का स्वस्थ की जानकारी लेने पाथाखेड़ा पहुचे जहा उन्होंने 93 वर्षीय एटक यूनियन के राष्ट्रीय नेता रहे डॉ कृष्णा मोदी और 78 वर्षीय बीएमएस यूनियन के राष्ट्रीय नेता रहे डॉ बी के राय का उनके निवास पर शॉल श्रीफल से स्वागत कर
अभिनन्दन किया। श्री सिंह और श्री कौशिक ने बताया की पाथाखेड़ा क्षेत्र ने 80 और 90 के दशक में पूरे कोल इंडिया में अपना नाम स्थापित किया फिर चाहे वेलफेयर ,स्पोर्ट्स,कोल प्रोडक्शन हो हर क्षेत्र में पाथाखेड़ा प्रथम स्थान प्राप्त करता रहा । पाथाखेड़ा क्षेत्र से राष्ट्रीय/ प्रदेश स्तरीय प्रतिभाशाली युवा निकले जो आज देश में अपने साथ क्षेत्र का नाम भी रोशन कर रहे है। उन्होंने कहा की क्षेत्र की प्रगति में जितना योगदान मैनेजमेंट का रहा उतना ही इस क्षेत्र के मजदूर संगठनों का भी है। क्योंकि दोनों के तालमेल और अनुशासन से ही इस क्षेत्र का उद्धार हो सका है। पाथाखेड़ा क्षेत्र के पहले जनरल मैनेजर (जीएम) स्व.श्री एम.एल दुग्गर ने इस क्षेत्र को बसाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई थी। वेकोलि पाथाखेड़ा क्षेत्र के इतिहास में 50 वर्षो से मजदूरों की हक की लड़ाई निरंतर लड़ते आ रहे दोनो श्रमिको नेता डॉ कृष्णा मोदी और डॉ बी के राय ने आज भी संघर्षरत है और कोयला मजदूरों की आवाज बुलंद करते आ रहे है और कोल इंडिया तक मजदूरों को प्रतिनिधत्व करते रहे है विपरीत विचारधारा होते हुए भी मजदूरों की हक की लड़ाई को दोनो नेताओं ने पहली प्राथमिकता दी है इनके लंबे संघर्ष को कोयला मजदूर हमेशा याद रखेगा।