देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा इंटर्नशिप कार्यक्रम आयोजित।
आमला। आज देवसंस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार से आनर्स इन यौगिक साईंस बीएससी की छात्रा गर्विता वालिया पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय से बीए की छात्रा मुस्कान रघुवंशी भारतीय संस्कृति और इतिहास से बीए की छात्रा सपना पाण्डे द्वारा अपने इंटर्नशीप कार्यक्रम के दौरान आमला नगर के शासकीय कन्या शाला आमला केन्द्रीय विद्यालय वायुसेना स्थल आमला में योग एक्युप्रेशर विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों के बारे में जानकारी बच्चों के साथ सांझा करतें हुए गर्विता वालिया आनर्स इन यौगिक साईंस बीएससी की छात्रा ने बच्चों पेट दर्द सिरदर्द बदहजमी आदि समस्याओं के समय बिना दवाईंयों के एक्युप्रेशर के पाईटंस दबाकर दर्दं से राहत पानें के उपाय सांझा कियें बच्चों को प्रतिदिन योग व नियमित प्राणायाम करने हेतु अनुलोम विलोम प्राणायाम व अष्टांग योग की जानकारी सांझा की वहीं मुस्कान रघुवंशी पत्रकारिता एवं जनसंचार की छात्रा द्वारा बच्चों और शिक्षकों गायत्री मंत्र का वैज्ञानिक एवं आध्यातिमक महत्व और जीवन प्रबंधन कला के बारे में विसतृत जानकारी बच्चों के साथ सांझा की सपना पाण्डे इतिहास एवं भारतीय संस्कृति की छात्रा द्वारा बच्चों को देव संस्कृति विश्वविद्यालय का परीचय भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता और व्यक्तित्व निर्माण के विषय पर जानकारियां बताकर बच्चों से वार्तालाप कर उनके साथ विचारों का आदान प्रदान किया और आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा जी के जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय वायुसेना के प्राचार्य राजकुमार विश्वकर्मा ने कहा की देवसंस्कृति विश्वविद्यलय की छात्राओं द्वारा अपने इटर्नशीप कार्यक्रम के दौरान बच्चों को भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग योग और वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों की जानकारी का प्रचार प्रसार करनें से बच्चों स्वयं ही स्वस्थ रहनें और सादा जीवन उच्च विचार के संस्कारों का अंकुरण होता है इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक किशोर चन्द्र साहू शैलेश पाटिल एवं समस्त कर्मचारी मौजूद रहें।
गायत्री परिवार ट्रस्ट आमला के मुख्य ट्रस्टी वैध ठाकुर दास पंवार और ट्रस्टी निलेश कुमार मालवीय बताया की इस तरह के कार्यक्रम प्रतिवर्ष देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा कियें जातें रहतें है और सभी विद्यालय और महाविद्यालय अपने स्तर से गायत्री पीठ आमला से संपर्क कर योग और वैकल्पिक चिकित्सा के कार्यक्रम आयोजित करवा सकतें है।