बहारों मेरा जीवन भी सँवारो* *जैसे मधुर गीतों से स्वागत हुआ नए साल का। कार्यक्रम का आकर्षण रहा 78 वर्ष की गायिका पूर्णा मांडोगड़े के मधुर गीत

RAKESH SONI

बहारों मेरा जीवन भी सँवारो* *जैसे मधुर गीतों से स्वागत हुआ नए साल का।

कार्यक्रम का आकर्षण रहा 78 वर्ष की गायिका पूर्णा मांडोगड़े के मधुर गीत

आमला। संगीत के क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमो के माध्यम से अपनी अलग पहचान बनाने वाली संस्था “सारेगामापा” समिति द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी नए साल का स्वागत सुमधुर गीतों के साथ हुआ।बस स्टैंड आमला में आयोजित इस कार्यक्रम आमला सहित बाहर से आये कलाकारों सुमधुर गीतों से समा बांधा।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर संजय बारस्कर तहसीलदार आमला उपस्थित थे।वही विशिष्ट अतिथि के तौर पर संजय साहू अध्यक्ष व्यापारी संघ आमला,अनिल पटेल सोनी अध्यक्ष प्रगतिशील व्यापारी कल्याण संघ आमला,महेंद्र शेरू यादव समाजसेवी,देवेंद्र राजपूत प्रमुख श्री महावीर हनुमान गौशाला समिति आमला एवं श्री पूनमचंद जैन,एडवोकेट राजेन्द्र उपाध्याय,महोबे पटवारी,इकबाल खान मंडल अध्यक्ष भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा नगर मंडल आमला,श्रीमती आरती पाटिल मंडल अध्यक्ष भाजपा महिला मोर्चा आमला उपस्थित थे।सर्वप्रथम अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण किया।स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए आयोजन के सूत्रधार नागेश बड़घरे ने कहा कि समिति द्वारा प्रतिवर्ष नव वर्ष पर गीत संगीत का कार्यक्रम रखा जाता है जिसमे आमला के कलाकार अपनी सुर लहरियां बिखेरते है।प्रति वर्ष इस आयोजन में नए उदीयमान कलाकारों को अवसर दिया जाता है और हर साल नए नए कलाकार संगीत के क्षेत्र में पदार्पण करते है।इस प्रकार प्रति वर्ष इस आयोजन की सार्थकता सिद्ध होती है।कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन मनोज विश्वकर्मा ने किया।कार्यक्रम की शुरुवात गणेश वंदना के साथ हुई इसी अपनी मधुर आवाज में प्रीति कुशवाह ने सजाया।प्रसिद्ध गायक,कम्पोज़र,संगीतकार कैलाश सलाम ने वक्त का ये परिंदा रुका है कही जैसी शानदार गजल प्रस्तुत कर सब का मन मोहा,प्रसिद्ध कलाकार विनय सोनी ने तुमने किसी की जान को जाते हुए देखा है जैसा प्यारा गीत गाकर खूब तालियां बटोरी,आमला के उभरते कलाकार नितेश पांडे ने मुकेश का प्यारा सा नगमा जीना यहां मरना यहां इसके सिवा जाना कहाँ गीत सुनाया,वही प्रसिद्ध गायिका ममता उइके दिल तो है दिल दिल का एतबार जैसा सुरीला गीत गाकर लता जी की याद दिला दी,आमला के रफी परवेज खान ने एक तेरा साथ हमको दो जहां से प्यारा है जैसा प्यारा गीत सुनाया,उभरते हुए कलाकार धनराज कहार ने माना हो तुम बेहद हंसी गीत सुनाया,प्रसिद्ध कलाकार हेमराज कहार मेरा प्यार भी तू है ये बहार भी तू है जैसा शानदार गीत सुनाया।गायिका प्रीति कुशवाह ने सिलसिला ये चाहत का जैसा प्यारा गीत सुनाया।प्रसिद्ध कलाकार मोनू चंदेल के शानदार गीत चलो रे डोली उठाओ कहार पर श्रोता झूम उठे,कार्यक्रम का आकर्षण रही 78 वर्ष की पूर्णा मंडोगड़े ने उम्र के इस पड़ाव पर मधुर स्वर में गीत सुना कर सबका दिल जीत लिया इन्होंने कार्यक्रम का थींम बहारों मेरा जीवन भी सँवारो गाया।इसके अलावा भी अन्य कलाकारों ने एक से बढ़कर एक शानदार गीत सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया।जैसे जैसे रात गहराई वैसे वैसे गीतों की शानदार महफ़िल सजती गई।तेज ठंड के बावजूद भी बड़ी संख्या में श्रोतागण कार्यक्रम के अंत तक डटे रहे।कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक प्यारे नग्मे कलाकारों ने सुनाए।मंच पर जूनियर कलाकार ओम राजपूत,और खिलेंद्र पाटिल ने वाद्य यंत्रों का शानदार संयोजन कर गीत को कर्ण प्रिय बना दिया वही आर्गन पर सुंदर संयोजन कैलाश सलाम का रहा।

    कार्यक्रम को सफल बनाने में नागेश बड़घरे,मनोज विश्वकर्मा,मोनू चंदेल,किशोर यादव,प्रदीप नागले,अंकुश बड़घरे

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