गीता को मिले राष्ट्रीय ग्रंथ का दर्जा, सौंपा ज्ञापन ,श्रीकृष्ण का तुलसी से विवाह करवाकर हर्षोल्लास से मनाई गीता जयंती
बैतूल। श्री योग वेदांत सेवा समिति बैतूल द्वारा संत श्री आशारामजी बापू की प्रेरणा से मोक्षदा एकादशी पर श्री राधा कृष्ण मंदिर गंज में पूर्ण हर्षोल्लास से गीता जयंती मनाई। समिति के जिलाध्यक्ष राजेश मदान व साधकों द्वारा श्री गीताजी का विधिवत पूजन किया। इसके बाद गीता महात्म्य व अध्याय का पाठ कर श्री कृष्ण जी का तुलसीजी के साथ वैदिक मंत्रोच्चार व बाजे-गाजे से
हर्षोल्लास पूर्वक विवाह भी संपन्न कराया गया एवं आरती व प्रसादी के साथ मासिक पत्रिका ऋषिप्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष श्री मदान ने कहा कि न्यायालयों में गीता पर हाथ रखवाकर कसमें तो खिलाई जाती है लेकिन विद्यालयों में गीता नही पढ़ाई जाती है। वर्तमान में विद्यार्थियों में भय, चिंता व मानसिक अवसाद अत्यधिक बढ़ रहे है ऐसे में गीता का ज्ञान उन्हें निर्भय, प्रसन्न व विवेकवान बनाकर सही दिशा प्रदान करेगा। इसीलिए हमारी संस्था द्वारा पूज्य बापूजी की प्रेरणा से भगवद गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करवाने की मांग के साथ महामहिम राष्ट्रपति के नाम एडिशनल कलेक्टर श्यामेन्द्र जायसवाल को ज्ञापन सौंपा व भगवद्गीता भेंट की। मंदिर के पुजारी पंडित अनंतराम तिवारी ने कहा कि श्रीमदभगवद गीता केवल हिंदुओं के लिए ही नही अपितु विश्वमानव के लिये कल्याणकारी है। सरकार द्वारा इस ग्रंथ को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने हेतु समिति की पहल अत्यंत सराहनीय है। महिला उत्थान मंडल बैतूल द्वारा भी विद्यालयों में गीता जयंती व तुलसी पूजन दिवस के कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों को गीता ग्रंथ व तुलसी पौधे वितरित किये। आयोजित कार्यक्रम में समिति के जिलाध्यक्ष राजेश मदान के साथ युवा सेवा संघ जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र रघुवंशी, प्रवीण माने, मोहन मदान, गगन शर्मा, परसराम मर्सकोले, गजानंद बामने, इंद्रदेव कवडक़र, सतीश पाल, राकेश पठाड़े, किशोरी झरबड़े, रूपा विश्वकर्मा, श्रीमती कमला पाल, राकेश शर्मा, गोपाल शर्मा, श्रीमती शारदा शर्मा, श्रीमती श्वेता शर्मा सहित अन्य कई साधकगण मौजूद थे।