किसानों को घर बैठे एमपी फार्म गेट एप से उपज बेचने की मिलेगी सुविधा कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दी गई एप की जानकारी एवं लिए गए सुझाव

RAKESH SONI

किसानों को घर बैठे एमपी फार्म गेट एप से उपज बेचने की मिलेगी सुविधा

कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दी गई एप की जानकारी एवं लिए गए सुझाव

बैतुल। किसानों को अब घर बैठे अपनी उपज व्यापारियों को बेचने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा एमपी फार्म गेट एप तैयार किया गया है। इस एप के माध्यम से किसानों को फसल बेचने की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कृषि उपज मंडी द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। शुक्रवार को कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस की अध्यक्षता में विधायक बैतूल श्री निलय डागा की उपस्थिति में आयोजित जिले के जनप्रतिनिधियों, कृषक संगठनों, व्यापारिक संगठनों एवं हमाल-तुलैया प्रतिनिधियों सहित संबंधित अधिकारियों की बैठक में एप के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई एवं एप से खरीदी व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी प्राप्त किए गए।

बैठक में कृषि उपज मंडी के सचिव श्री एसके भालेकर ने बताया कि एमपी फार्म गेट एप के माध्यम से किसान अब ऑनलाइन अपनी फसल बेच सकेंगे। जिसके लिए उनको अपने एंड्रायड मोबाइल पर उक्त एप डाउनलोड करना होगा। किसानों को एप पर मंडी, फसल, ग्रेड, किस्म, मात्रा और वांछित दाम की जानकारी दर्ज करना होगी। एप के माध्यम से खरीदी होने पर किसानों का परिवहन खर्च भी बचेगा। साथ ही किसान सुविधानुसार उपज का तौल व्यापारियों से करवा सकेंगे। बैठक में बताया गया कि इस एप के माध्यम से किसान घर बैठे अपनी फसलों के दाम तय कर अपने पसंद के व्यापारी से सौदा कर सकेंगे। सौदा फाइनल होने के बाद व्यापारी किसान से उसके घर पहुंचकर फसल खरीदेगा, जिससे किसानों का उपज के परिवहन का खर्च भी बचेगा। एप के माध्यम से उपज की खरीदी संबंधी पूरा रिकार्ड कृषि उपज मंडी समिति के पास रहेगा।

किसान इस तरह कर सकेंगे एप का उपयोग

एप के माध्यम से फसल बेचने के लिए किसानों को एंड्रायड मोबाइल में एमपी फार्म गेट एप डाउनलोड कर पंजीयन करना होगा। एप पर किसान को अपना क्षेत्र, बैंक खाते की जानकारी, फसल विवरण व जिस जिले में उपज बेचना चाहते हैं, जैसी जानकारियां दर्ज करना होगी। इसके अलावा अपनी फसल का दाम भी किसान को दर्ज करना होगा।तदुपरांत व्यापारी किसान से संपर्क कर किसान के घर अथवा खलिहान पहुंचकर फसल की खरीद-फरोख्त करेंगे। इस व्यवस्था से किसान मंडी तक फसल लाने की असुविधा से बच सकेंगे। साथ ही उन्हें अन्य कृषि उपज मंडियों के भाव की जानकारी भी एप पर मिल सकेगी। एप के माध्यम से विपणन की यह प्रक्रिया 24 घंटे चालू रहेगी। घर से ही फसल बेचने पर किसान का परिवहन के साथ-साथ हमाली व अन्य खर्च भी बचेगा। एप छोटे किसानों को अपनी उपज बेचने में भी लाभकारी होगा। एप के माध्यम से फसल बेचने पर किसानों को मंडी अधिनियम के प्रावधानों का संरक्षण भी मिलेगा। किसानों को नगद या डिजिटल माध्यम से उपज का भुगतान किया जाएगा। भुगतान संबंधी जानकारी मंडी प्रबंधन के पास सुरक्षित रहेगी। बैठक में विधायक श्री निलय डागा सहित जनप्रतिनिधियों, कृषक संगठनों, व्यापारिक संगठनों एवं हमाल-तुलैया प्रतिनिधियों द्वारा एप को और अधिक उपयोगी बनाने संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए।

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