आशुतोष राणा से मिले मनसंगी संस्थापक अमन राठौर मन
भेंट में हुई कई रोचक बातें,साहित्यकार मन जी की पुस्तक में कविताओं की सराहना की गई।
साहित्य से प्रेम है तो पत्नी प्रेम को त्याग दो। पत्नी के लिए काला नाग है पुस्तक
सारनी। राणा जी से मिलन बहुचर्चा का विषय बन गया है। साहित्यकार अमन राठौर मन जी की मुलाकात देश के जाने माने फ़िल्म अभिनेता लेखक आशुतोष राणा जी से पीती बुधवार शाम को उनके ही निवास स्थान गाडरवाड़ा में हुई। सहित्यिकार मन जी राणा जी के बड़े अच्छे शुभचिंतक है। उन्हें पहले से ही बहुत मानते है। उनके लिए राणा जी का मिलना एक सपना पूरे होने जैसा है। मनसंगी परिवार व राठौर परिवार दोनो के लिए ये मिलन ख़ुशि भरा
उल्लासपूर्ण रहा। अमन जी ने बात में बताया कि राणा जी उनके परम आदर्श है वे मिलन से एक तपस्या पूरी हुई है। राणा जी ने ढ़ेरो आशीर्वाद दिया पुस्तक को पढ़ा भी सराहना भी की आश्वासन दिया कि 2 साल बाद आपके मंच पर भी आएंगे। सारनी आने की बात पर संतावना देते हुए कहा कि जरूर।अगर राणा जी का आगमन सारणी होता है तो ये शहर के लिए गर्व का विषय होगा। यह पूरी घटना के मुख्य पात्र मित्र मुकेश सिंह जी रहे जिन के द्वारा मिलना हो गया। वहाँ अमन जी की मुलाकात राणा जी के साथ साथ देवेंद्र पाठक जी,मिनेंद्र डागा जी,देवेंद्र पटेल गुड्डू भैया व शहर के कुछ महानुभावों से भेट हुई।चर्चाएँ करीब 20-25 मिनिट की हुई मन जी के द्वारा शादी में आने व सारनी आने की बात पर मज़मा जम गया जिसमें सभी ने अट्टहास करते हुए कहा कि साहित्य से प्रेम है तो पत्नी प्रेम को त्याग दो। पत्नी के लिए पुस्तक काला नाग है। इसके ही साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। ढ़ेरो आशीर्वाद के साथ मन जी ने प्रस्थान किया।