पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ पहुंचाने में कोई कंजूसी न हो- कलेक्टर
विभागीय अधिकारी मैदानी क्षेत्रों का भ्रमण कर पहुंचाएं योजना का लाभ
बैतुल। कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस ने जिले के अधिकारियों को मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि समस्त विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे जिले के मैदानी क्षेत्रों का सतत भ्रमण करें और सभी पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाएं। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत हितग्राहियों के सर्वे कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों से अपेक्षा है कि वे जिला मुख्यालय पर बैठकर फोन पर सर्वे कार्य का निरीक्षण न करें, बल्कि धरातल पर अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। श्री बैंस सोमवार को समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत 21 सितंबर को जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय नागरिकों की मौजूदगी में अभियान के प्रथम चरण के शिविरों का आयोजन किया जाए। इन शिविरों में आवेदन लेने के साथ-साथ यथासंभव हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ भी दिया जाए।
आंगनबाड़ी, स्कूल भवनों की मरम्मत के प्रस्ताव तैयार किए जाएं
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि जिले में मरम्मत योग्य आंगनबाड़ी भवनों का सर्वेक्षण कर प्राक्कलन शीघ्रता से प्रस्तुत किए जाएं, ताकि मरम्मत के लिए प्रशासकीय स्वीकृति जारी की जा सके। इसी तरह जिन स्कूल भवनों के मरम्मत की आवश्यकता है उनके मरम्मत के प्रस्ताव भी शीघ्रता से प्रस्तुत किए जाएं। जहां नए स्कूल भवनों की आवश्यकता है, उनकी स्वीकृति के लिए भी प्रस्ताव तैयार किए जाएं।
ग्राम संवाद कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारियों की प्रभावी उपस्थिति दर्ज हो
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत समस्याओं के निराकरण, व्यक्तिगत शिकायतों/समस्याओं के निराकरण तथा हितग्राहीमूलक योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा के उद्देश्य से संचालित ग्राम संवाद कार्यक्रम में कलेक्टर ने कतिपय अधिकारियों द्वारा अपेक्षित रूचि नहीं लिए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान अधिकारी अभियान के उद्देश्य के प्रति गंभीर रहें। भ्रमण के दौरान गांवों में चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याएं गंभीरता से सुनी जाए। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर फीडबैक लिया जाए। मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता को भी देखा जाए। इसके साथ ही मैदानी कर्मचारियों की कार्यप्रणाली एवं उपस्थिति पर भी सेक्टर अधिकारियों की निगरानी हो। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं फसल की स्थिति, श्रमिकों का पलायन जैसे मुद्दों पर भी ग्रामीण क्षेत्रों से जानकारी संकलित की जाए। भ्रमण के दौरान सेक्टर अधिकारी आंगनबाड़ी, स्कूल एवं अन्य निर्माण कार्य देखें। ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान ग्राम की आम समस्याओं पर भी अधिकारियों की नजर रहे। नल-जल योजनाओं के संचालन की स्थिति भी देखी जाए। संबंधित क्षेत्र में विभिन्न विभागों द्वारा समय-समय पर चलने वाले अभियानों के संचालन की स्थिति पर भी सेक्टर अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
आयुष्मान कार्ड बनाने के अभियान में अपेक्षित प्रगति लायी जाए
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि आयुष्मान भारत निरामयम योजनांतर्गत जिले में संचालित आयुष्मान कार्ड बनाने के अभियान में अपेक्षित प्रगति लायी जाए। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान पात्र हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने का बेहतर अवसर है।
लंपी स्किन डिसीज का डोर-टू-डोर सर्वे हो
ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं में लंपी स्किन डिसीज की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने उप संचालक पशु चिकित्सा को निर्देशित किया कि वे इस बीमारी से संबंधित पशुओं का सघन सर्वेक्षण करवाएं। पशु चिकित्सा विभाग का मैदानी अमला घरों में डोर-टू-डोर सर्वे करे।