जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजा पंवार ने किया राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ
छात्राओं को खिलाई गई एल्बेंडाजाल की गोलियां

बैतुल। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 13 सितंबर मंगलवार को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गंज में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजा पंवार द्वारा किया गया। इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री हंसराज धुर्वे एवं जिला पंचायत सदस्य श्री शैलेन्द्र कुम्भारे विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा छात्राओं को एलबेंडाजोल की टेबलेट का सेवन कराया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजा पंवार ने कहा कि बच्चे इस देश का उज्जवल भविष्य हैं। किसी भी प्रकार की रोकथाम इलाज से हमेशा बेहतर होती है। राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस बच्चों के लिये उपयोगी एवं राष्ट्रीय महत्व का कार्यक्रम है। स्वस्थ रहना जीवन की पहली प्राथमिकता है और यह अभियान बच्चों के स्वास्थ्य के लिये अत्यंत लाभप्रद है। भारत सरकार द्वारा ग्राम स्तर तक एक-एक व्यक्ति के लिये लाभप्रद योजनाएं संचालित की जा रही हैं। बालिकाओं के स्वास्थ्य का संरक्षण हमारा प्रथम दायित्व है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविन्द कुमार भट्ट ने बताया कि दूषित भोजन के पेट में जाने से कृमि तेजी से बढ़ते हैं जिससे पेटदर्द, एनीमिया एवं कुपोषण होता है। एनीमिया से पुरूषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कृमि संक्रमण के संचरण चक्र की जानकारी देते हुये बताया कि शौच के लिये हमेशा शौचालय का इस्तेमाल करें। पानी सदैव उबालकर सेवन करें। भोजन से पहले साबुन सेे हाथ धोना, प्रति सप्ताह नाखूनों का कटा होना, सब्जियां एंव फल अच्छी तरह से धुले हुये खाना एवं खेलने से आने के बाद हाथ पैरों को अच्छी प्रकार धोना हमारी रोजमर्रा की आदत में शामिल होना चाहिये। जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती श्रुति गौर तोमर ने छात्राओं को कृमिमुक्ति की जानकारी देते हुये बताया कि बहुत सी बीमारियों के इलाज के लिए वैक्सीन हैं किंतु कृमि नाशन हेतु एलबेन्डाजोल की टेबलेट ही उपलब्ध है। कृमिमुक्ति की दवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक की उपस्थिति में चबाकर ही साफ पानी के साथ खानी है। उन्होंने कृमि की संख्या में कमी होने पर समुदाय को मिलने वाले लाभों की जानकारी देते हुये कृमि के प्रकार, कृमि संक्रमण के लक्षण,कृमि संक्रमण का स्वास्थ्य एवं पोषण पर प्रभाव एवं कृमि मुक्ति दिवस आयोजन के लाभों की जानकारी दी। अभियान के अंतर्गत छूटे हुये बच्चों का मॉपअप 16 सितम्बर को किया जायेगा।