राष्ट्र ध्वज हमारे राष्ट्र की एकता का प्रतीक- कलेक्टर
होमगार्ड के साथ राष्ट्र रक्षा मिशन ने मनाया राष्ट्र ध्वज अंगीकार दिवस
बैतूल। यूनिफार्म हमारी यूनिटी का संकेत है लेकिन जब बात पूरे राष्ट्र के लिए यूनिटी के सिम्बॉल की आती है तो राष्ट्र की यूनिटी का प्रतीक तिरंगा ही है। बैतूल में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अंगीकार दिवस वर्षों से इस तरह उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। निश्चित रुप से यह कॉमन नहीं है, मैं स्वयं भी तिरंगे का जन्म दिन पहली बार बना रहा हूं। इस तरह के कार्यक्रम से तिरंगे के महत्व और इतिहास के बारे में लोग सोचते है, पढ़ते है। तिरंगे की क्या विशेषता है, क्या बदलाव हुआ, किसने डिजाईन किया, क्यों इस प्रकार का डिजाईन हुआ। क्यों चरखे की जगह अशोक चक्र आया, उसमें 24 तीलियां है, वह 24 ही क्यों है, 26 या 22 भी हो सकती थी। यह ऐसा अवसर है जब रोजमर्रा की जिदंगी से हम थोड़ा सा समय अपने तिरंगे के बारे में तिरंगे के इतिहास के बारे में जानने के लिए निकालते है। इस तिरंगे को डिजाईन करने के लिए कितना सोचा गया, इसके लिए कितने लोगों ने बलिदान दिया, कैसे वह हमारे लिए स्वतंत्रता कासंकेत बन गया। उस बलिदान और एकता की भावना को महसूस करने और उसको लेकर गौरवान्वित होने का यह बहुत अच्छा दिन है। यह बातें होमगार्ड बैतूल एवं बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा राष्ट्र ध्वज अंगीकार दिवस के अवसर पर आयोजित गरिमामय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने कहीं। इस दौरान कलेक्टर ने सभी को राष्ट्र ध्वज अंगीकार दिवस की शुभकामनाएं दी।
आजादी के अमृत महोत्सव पर लहराएगा हर घर तिरंगा-सीईओ
तिरंगे का अंगीकार दिवस मनाने के इस अभिनव कार्यक्रम को जिला पंचायत सीईओ अभिलाष मिश्रा ने भी सराहा। उन्होंने कहा कि तिरंगा शौर्य, बलिदान, शांति और हरियाली का प्रतीक है। यह प्रतिपल सजग रहने का प्रतीक है। हर घर तिरंगा अभियान के तहत 11 अगस्त से 17 अगस्त तक जिले में भी अभियान चलाया जाएगा, हम इस वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे है इसी के तहत हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाएगा जिसमें हर जिले वासी की सहभागिता जरुरी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज अंगीकार दिवस के प्रति नागरिकों को जागरुक करना सराहनीय पहल है। कार्यक्रम को कमांडेट शकील आजमी ने भी संबोधित किया एवं आभार व्यक्त गया। जिला पंचायत बैतूल के सभागृह में आयोजित राष्ट्र ध्वज अंगीकार दिवस के कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष नरेश फाटे, प्लाटून कमांडर सुनीता पंद्रे, एएसआई बीएस कुशराम सहित बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के पदाधिकारी, सदस्य, होमगार्ड एवंं बड़ी संख्या में कराते खिलाड़ी मौजूद थे। इस अवसर पर केक काटकर एवं एक दूसरे को तिरंगे का बैज लगाकर तिरंगे का जन्म दिन मनाया गया। इस दिन को यादगार बनाने के लिए अतिथियों को कमांडेंट श्री आजमी एवं समिति के पदाधिकारियों द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
राष्ट्र रक्षा मिशन के नए पड़ाव के लिए शुरुआत
प्रतिवर्ष बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति 22 जुलाई से अपने राष्ट्र रक्षा मिशन के नए पड़ाव की शुरुआत भी करती है। आज तिरंगे का जन्मदिन मनाकर इस पड़ाव की शुरुआत भी हो गई है। कार्यक्रम का संचालन समिति अध्यक्ष गौरी पदम ने किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष नीलम वाग्रदे, सचिव भारत पदम, कोषाध्यक्ष जमुना पंडाग्रे, वरिष्ठ सदस्य प्रदीप निर्मले, प्रज्ञा झगेकर, मेहर प्रभा परमार, आकृति परमार, प्रचिति कमाविसदार, नीलेश उपासे, अरुण सूर्यवंशी, , वंश कुमार पदम, सुमीत नागले ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।