प्रवीण गुगनानी को मिला संयुक्त राष्ट्र संघ एवं नार्वे सरकार का अवार्ड
बैतुल। संयुक्त राष्ट्र संघ के पर्यावरण प्रोग्राम डायरेक्टर एवं नार्वे सरकार के वरिष्ठ पर्यावरण मंत्री एरिक सोलहेम द्वारा अपने वार्षिक सम्मान समारोह की घोषणा की गई है। यह सम्मान भारत के 10 व्यक्तियों को उनकी विशिष्ट उपलब्धियों हेतु दिया जा रहा है। इस सम्मान श्रंखला में जनजातीय विषयों पर शोध एवं लेखन हेतु “चैंपियन ऑफ इंडिया अवार्ड” बैतूल के प्रवीण गुगनानी को दिया गया है। उल्लेखनीय है की प्रवीण गुगनानी यूनिवर्सिटी ऑफ केलिफोर्निया से ह्यूमिनिटिज विषय में जनजातीय को केंद्रित करके पीएचडी करने हेतु भी प्रयासरत हैं। गुगनानी को इसी श्रंखला में प्रस्तुत “Tribal Society The Original Protector of The Environment In India “जनजातीय समाज भारत के पर्यावरण का मूल रक्षक” शोधपत्र हेतु यह अवार्ड दिया जा रहा है।
भोपाल में आयोजित इस प्रतिष्ठाजनक सम्मान समारोह में मप्र शासन के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग, नार्वे के पर्यावरण मंत्री एरिक सोलहेम, माखनलाल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. केजी सुरेश, भारी उद्योग मंत्रालय की डायरेक्टर लता जी, यूथ ऑफ इंडिया के चेयरमैन शैलेश सिंघल तन्मय अग्रवाल, चिन्मय अग्रवाल, आदि उपस्थित थे। इस गरिमामय कार्यक्रम को आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर जी ने भी वर्चूअली संबोधित किया।
अपने शोधपरक लेखन के लिए देश भर में प्रसिद्ध व विदेश मंत्रालय के सलाहकार राजभाषा प्रवीण गुगनानी को इस सम्मान समारोह में प्रमाणपत्र, स्मृति चिन्ह दिया गया है।
सम्मान समारोह में प्रवीण गुगनानी के अतिरिक्त आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग गुरु नागेंद्र जी, वाइस चांसलर, वैदिक विश्विद्यालय, सेज यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, महामंडलेश्वर डॉ. नरसिंहदास सदस्य, रामजन्मभूमि न्यास, वीरेंद्र सिंग, संस्थापक इंडियन योग स्कूल, प्रो. प्रशांत बारेदार, को भी इस सम्मान से सम्मानित किया गया है।