लाडो अभियान पहुंचा उत्तराखंड- अनिल यादव।
बैतुल:- बेटियों के नाम से हो घर की पहचान ,बेटी है तो कल है, बेटियों के सम्मान में ,लाडो फाउंडेशन है मैदान में, बेटियों के नाम से हो घर की पहचान …!जी हां शहर के कर्मवीर योद्धा के रूप में अपने आप को निरूपित करने वाले ,”बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” महाराष्ट्रीय अभियान के सूत्रधार अनिल यादव एक जाना पहचाना नाम है !न केवल हमारे जिले के लिए गौरव की बात है अपितु पूरे देश में “बेटियों के नाम से हो घर की पहचान ” अभियान के अंतर्गत बेबाक एवं मजबूत इरादों के साथ निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है ! अनिल यादव के द्वारा बेटियों के हक के लिए ,उनके सम्मान के लिए , अभिमान के लिए निरंतर सकारात्मक कार्य किए जा रहे हैं !जिससे कि आज के इस कठिन दौर में महिलाओं के मान और सम्मान की रक्षा की के लिए लाडो फाउंडेशन का नाम पूरे देश में धीरे-धीरे स्वर्णिम अक्षरों में अंकित होते जा रहा है “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” जैसे राष्ट्रीय महाअभियान के अंतर्गत पूरे देश में एक क्रांति ज्वाला धीरे-धीरे प्रज्वलित हो रही है वही क्रांति ज्वाला ज्योत आज रुद्रपुर जिला राज्य उत्तराखंड पहुंचा ऐसा 15 राज्य बना उत्तराखंड जहां पिता रामचंद्र कवाडकर माता अरुणा कावड़कर की बेटी महिमा के नाम की नेम्पलेट लगाई यह अभियान बेटियों के मान और सम्मान में लाडो फाउंडेशन है मैदान में! बेटियों के नाम से नेम प्लेट लगाई !जिला प्रवक्ता एस ब्राह्मणे के द्वारा विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा पूरे देश में नारियों के सम्मान में लाडो फाउंडेशन है मैदान में निश्चित रूप से एक मजबूत इरादों वाला फाउंडेशन है जिसका एकमात्र लक्ष्य पूरे देश में बेटियों के मान सम्मान और अभिमान के लिए उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए कार्य करते रहना इस फाउंडेशन का मूल आधार है कटिबद्ध वचनबद्ध है समय-समय पर ऐसे कई कार्यक्रम बेटियों के मान सम्मान के लिए किए जाते रहे हैं लाडो फाउंडेशन के अनिल यादव सैनिकों के सम्मान की बात को सैनिकों की शहादत के लिए अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की बात हो जिनके द्वारा देश के ख्यातनाम कवि अपने साहित्य कला कौशल से शहीदों को सच्चे अर्थों में श्रद्धांजलि देते हैं! बात हो बेटियों के सम्मान की या फिर बात हो मानव सेवा जनसेवा की चारों तरफ देश में एक जनचेतना जगाने का जो जिम्मा अनिल यादव ने उठाया है हमें कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ देना होगा तभी हम उनके सपनों को पूरा कर सकते हैं।