मनुष्य योनि में जन्म लेना बहुत बड़ा सौभाग्य हैं इस जीवन में कुछ भी दुर्भाग्य नहीं होता। मनुष्य का सौभाग्य और दुर्भाग्य दोनों उसके हाथ में होते हैं (पं अविरल कृष्ण शर्मा कथा वाचक)
सारनी। श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन के दूसरे दिन पंडित अविरल कृष्ण शर्मा ने उपस्थित श्रोताओं से कहा कि मनुष्य योनि में जन्म लेना बहुत बड़ा सौभाग्य हैं इस जीवन में कुछ भी दुर्भाग्य नहीं होता। मनुष्य का सौभाग्य और दुर्भाग्य दोनों उसके हाथ में होते हैं राह में बढ़ते समय कई तरह की बाधाएं जीवन में आती हैं उसे ही सीढ़ी मानकर बाधा को पार करने के लिए मनुष्य को संयम से काम लेना होता हैं जो मनुष्य संयम से काम लेते हैं उन्हें जीवन में सफलता मिलना आसान होता हैं। दूसरे दिन की कथा शुरू करने से पहले पंडित शर्मा ने पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की और श्रीमद भगवत पुराण का वाचन करना शुरू किया। कथा समापन के पहले पंडित शर्मा ने भजन कीर्तन का गायन किया जिसमें उपस्थित श्रद्धालु भक्त नाच गाकर भागवत कथा का आनंद उठाने लगे। इस मौके पर आयोजक साहू परिवार की ओर से पूजन पाठ किया गया।कथा 7 दिनों तक चलेगी।