पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री के नाम आमला सारनी के विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे को पत्र सोपा।

सारनी। तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस सरकार ने एक अध्यादेश लाकर 2005 से सरकारी नौकरी में अपने कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन योजना बंद कर नई पेंशन योजना लागू की थी ।देश में लगभग पचास लाख से अधिक अधिकारी, कर्मचारी , शिक्षक सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं । नई पेंशन योजना में अंशदान की कटौती की जाती है ,उसके बाद ही पेंशन योजना की पात्रता है । विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन के रीजनल जनरल सेक्रेटरी अंबादास सूने ने बताया कि केंद्र सरकार का यह नियम राज्य सरकार मानने के लिए बाध्य नहीं हैं। 1 जनवरी 2005 के बाद सरकारी नौकरी में भर्ती हुए कार्मिको को पुरानी पेंशन बहाल करने का प्रावधान है। इस योजना के तहत पश्चिम बंगाल, दिल्ली , कर्नाटक , बिहार, केरल ओर तमिलनाडू ऐसे राज्य हैं , जहां जनवरी 2005 के बाद भर्ती हुए शासकीय सेवकों को पुरानी पेंशन की सुविधा दी जा रही है। हाल ही में राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने भी पुरानी पेंशन बहाल कर कर्मचारी हित में निर्णय लिया ।केंद्र सरकार ने 2005 से नई पेंशन योजना के तहत पुरानी पेंशन योजना बंद की है। **मध्यप्रदेश शासन सदैव कर्मचारीयो के हित में कार्य करती रही है।* अन्य राज्यों की सरकारों ने अंशदान पेंशन योजना लागू की है। जिस प्रकार अनेक राज्यों ने अपने कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल की है । मध्यप्रदेश शासन से भी विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन मांग करता है कि एक जनवरी 2005 के बाद भर्ती हुए कार्मिको , शिक्षको को नई पेंशन योजना से मुक्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाये ।राष्ट्रीय संरक्षक पुरानी पेंशन बहाली मोर्चा के दर्शन सिंह चौधरी को पुरानी पेंशन बहाल करने के संबंध में यूनियन की ओर से ज्ञापन भेजा गया है । बैतूल हरदा हरसूद संसदीय क्षेत्र के सांसद डी डी उइके से भी 5 मार्च को चर्चा कर लोकसभा में शून्य काल मे पेंशन बहाल करने के लिए केंद्र सरकार का ध्यानाकर्षण करने का निवेदन किया है।मुख्य मंत्री के नाम आमला सारनी विधायक डाँक्टर योगेश पंडागरे को पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए, अनुकंपा नियुक्ति, पार्ट टाईम डिप्लोमा पाठ्यक्रम को बैतुल पोलीटेक्नीक में शुरू करने के लिए पत्र सौंपा गया है।इस मौके पर दीपक वर्मा , संदीप आरसे , अमित सल्लाम , जितेन्द्र वर्मा , सतीश कुमार, योगेन्द्र ठाकुर एवं अनेक सदस्य उपस्थित थे ।