पिता की पुण्यतिथि पर वृद्धा आश्रम में बुजुर्गों को फल बांटकर लिया आशीर्वाद।
सारनी। 6 फरवरी को पिता की 14वी पुण्यतिथि पर नागेश चौकीकर ने परिवार सहित सारनी के वृद्धा आश्रम में पहुंचकर बुजूर्गो को फल बांटकर उनका आशीर्वाद लिया। नागेश चौकीकर ने बताया कि इसके पूर्व वे घर में बंधु बांधव के साथ मिलकर पिता की पुण्यतिथि मनाया करते थे। लेकिन पिछले 4-5 वर्षों से वे घर में पूजा अर्चना कर बाहर गरीब जरूरतमंदों को अपनी क्षमता के अनुसार मदद करके एवं वृद्धा आश्रम में बुजुर्गों की सेवाभाव के साथ भोजन और फल बांटकर उनका आशीर्वाद लेकर अपने पिता की पुण्यतिथि मनाते हैं। यह सिलसिला वे पिछले 4 वर्षों से कर रहे हैं। और इसे ही पिता को सच्ची श्रद्धांजलि मानते है। नागेश ने कहा कि लोग व्यर्थ में पुण्यतिथि पर बड़े-बड़े कार्यक्रम करके पैसा खर्च करते हैं किंतु यदि उन्ही पैसों का सदुपयोग जरूरतमंदों गरीबों और ऐसे लोगो पर किया जाए जिन्हें सचमुच में जरूरत है। उन्होंने बताया कि मैंने वृद्ध आश्रम जाकर वहां रह रहे बुजुर्गो के बोझिल आंखों को देखा जो प्यार के लिए तरस रही थी। जिन्हें बूढा होने पर उनकी देखभाल करने से बचने के लिए अपने ही बच्चों ने अपनों से दूर कर दिया। और मजबूर होकर उन बुजुर्गों को वृद्ध आश्रम का सहारा लेना पड़ा। लेकिन यह प्रकृति का नियम है कि आज जो जवान है उन्हें बूढा़ तो होना ही है। काश कहीं ऐसा ना हो कि यह सब देखकर उनके बच्चे भी उन्हें वृद्ध आश्रम की राह न दिखाए। नागेश ने कहा कि इसी वर्ष उनका विवाह हुआ और सपत्नी पहली बार वृद्धा आश्रम आए और वहां रह रहे बुजूर्गो को क्षमतानुसार फल देकर आशीर्वाद लिया। वही उनके इस कार्य की समाज के लोग सराहनीय प्रशंसा कर रहे है। इस अवसर पर उनके साथ उनकी माता इंदिरा चौकीकर, पत्नी अंकिता चौकीकर, ज्योति चौकीकर, कैलाश पाटील, राकेश उपराले, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।