बिजली के क्षतिग्रस्त खंभे बन सकते है जानलेवा खतरा:-दीपक खातरकर
सारनी। मठारदेव पहाड़ी मार्ग की लंबी दूरी तय कर सैकड़ों श्रद्धालु भक्त एवं पर्यावरण प्रेमी प्रतिदिन बाबा मठारदेव के दर्शन के लिए पहाड़ी के शीर्ष स्थान पर स्थित मंदिर में पहुंचते हैं, पहाड़ी पर पहुंच मार्ग को प्रकाशित करने के लिए तल से पहाड़ी के शिखर पर स्थित मंदिर तक मार्ग के दोनों ओर प्रकाश के लिए बिजली के पोल लगाए गए थे,वे अत्यंत क्षतिग्रस्त हो चुके हैं जो सुरक्षा की दृष्टि से एक बड़ी लापरवाही है।लोहे के खंभों में बिजली के तार जुड़े हुए है इस अत्यंत क्षतिग्रस्त स्थिति में खंभों को काफी समय हो चुका है, जो कि बाबा मठारदेव के दर्शन के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में आने वाले श्रद्धालु और पर्यावरण प्रेमी के लिए जानलेवा खतरा साबित हो सकता है, एवं भविष्य में किसी भी समय बड़ी दुर्घटना घट सकती है जबकि इसी पहाड़ी मार्ग के माध्यम से ही बाबा मठारदेव के दर्शन के लिए कई जनप्रतिनिधि भी आते रहे हैं। मैं समाजसेवी दीपक खातरकर श्रद्धालुओं और पर्यावरण प्रेमी की सुरक्षा की दृष्टि से इस अत्यंत संवेदनशील,गंभीर विषय की ओर ध्यान आकर्षण करवाना चाहता हूं। जिम्मेदारों से अनुरोध करता हूं कि समस्या की ओर ध्यान देकर जल्द ही विद्युत पोलो का सुधारात्मक कार्य प्रारंभ किया जाए।