5 वर्ष की बेटी के एवरेस्ट चढऩे के हौसले को मिलेगा मणिकर्णिका का नाम

RAKESH SONI

5 वर्ष की बेटी के एवरेस्ट चढऩे के हौसले को मिलेगा मणिकर्णिका का नाम

18 वर्ष से हाथ से लिखे अखबार से बहिनी दरबार दे रहा जागरुकता का संदेश

बेटी दिवस पर मणिकर्णिका के मंच पर जुटेगी देश में कीर्तिमान रचने वाली बैतूल की बेटियां

बैतूल। पांच वर्ष की नन्हीं सी उम्र में एवरेस्ट की ऊंचाई चढऩे का जज्बा रखने वाली जिले के प्रभात पट्टन निवासी प्रिशा लोकेश निकाजू और 99 वर्ष 9 माह और 88 वर्ष की उम्र में कैंसर जैसी घातक बीमारी के विरुद्ध धरना देने वाली बुजुर्ग समाजसेवी महिला इस वर्ष बेटी दिवस के मंच पर मणिकर्णिका सम्मान से सम्मानित होने जा रही है। डाटर्स डे के अवसर पर जिले के प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ वसंत श्रीवास्तव एवं एडव्होकेट नीरजा श्रीवास्तव सहित कांतिशिवा मल्टी प्लेक्स के संचालक विवेक मालवी, बोथरा शॉपिंग सेंटर के संचालक धीरज बोथरा, होटल आईसीइन के संचालक अतुल गोठी, एच मार्ट अपना मार्ट संचालक धीरज हिरानी के संयुक्त तत्वावधान व बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के संयोजन प्रतिवर्ष मणिकर्णिका सम्मान समारोह का आयोजन किया जाता है। यह आयोजन श्रीवास्तव दम्पत्ति की कोरोनाकाल में दिवंगत बेटी स्व. नेहा अभिषेक श्रीवास्तव की स्मृति में इस वर्ष भी डाटर्स डे 24 सितंबर के अवसर पर दोपहर 12 बजे से कांतिशिवा मल्टी प्लेक्स में आयोजित किया गया है।

18 वर्षों से महिलाएं निकाल रही हस्तलिखित अखबार

कार्यक्रम संयोजक एवं बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के संरक्षक नेशनल यूथ अवार्डी मनीष दीक्षित ने बताया कि मणिकर्णिका सम्मान के लिए इस वर्ष 29 बेटियों का चयन किया गया है। करीब 100 वर्ष की वयोवृद्ध समाजसेवी से लेकर 5 वर्ष में एवरेस्ट बेस कैम्प तक पहुंचने वाली बेटी मणिकर्णिका के मंच पर सम्मानित होगी। उन्होंने बताया कि मणिकर्णिका -2023 में रीवा से बहिनी दरबार की को फांउडर विवेचना सिंह भी पहुंच रही है। बहिनी दरबार महिला संगठन की संचालक उषा सिंह द्वारा वर्ष 2008 से अपनी दस महिला साथियों के साथ हस्तलिखित अखबार प्रकाशित किया जा रहा है। इस अखबार की मूल प्रति की हजारों फोटो कॉपी क्षेत्र में वितरित की जाती है। रीवा में जनजागरुकता के लिए यह सराहनीय पहल एक दलित महिला को कुएं से पानी निकालने पर मना करने के दौरान की गई थी। बहिनी दरबार एवं संगठन पूरे देश में जागरुकता का पर्याय बन गया है। इस दौरान बैतूल की उन बेटियों का भी सम्मान मणिकर्णिका के मंच पर किया जाएगा जिन्होंंने विषम परिस्थितियों में भारत-चीन, तिब्बत म्यानमार बार्डर तवांग पहुंचकर देश की अंतराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया।

29 बालिकाओं-महिलाओं को मणिकर्णिका का मिलेगा खिताब

बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी पदम ने बताया कि मणिकर्णिका सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में मुकाम एवं सम्मान प्राप्त करने वाली बेटियां सम्मानित होगी। इस कार्यक्रम में वयोवृद्ध समाजसेवी माया दुबे, शकुन्तला भाटिया, ओमवती विश्वकर्मा लगातार पांच बार पार्षद आमला, नन्हीं पर्वतारोही-प्रिशा लोकेश निकाजू, इंडियन हॉकी टीम की खिलाड़ी-दिव्या ठेपे, कृषि वैज्ञानिक केविके बैतूल बाजार डॉ मेघा दुबे, मिसेज फारेवर स्टार इंडिया डॉ चंचल मेश्राम, को-फाउंडर बहिनी दरबार-विवेचना सिंह, टीआई थाना भैंसदेही-अंजना धुर्वे, बैतूल बाजार थाना प्रभारी बबीता धुर्वे, लोक कलाकार-प्रीति धुर्वे, मीडिया अधिकारी स्वास्थ्य विभाग-श्रुति गौर तोमर, भजन गायिका-रश्मि प्रधान, समाजसेवी-कविता मालवी, सीएचओ केकडिय़ाकला-रीना इवने, राईटर एवं एडव्होकेट- सुनिता अम्बुलकर, दिव्यांग सब्जी व्यवसायी रामवती वट्टी, नेशनल लाठी प्लेयर वोंशिका माहेश्वरी, युवा उद्यमी श्रेया शुक्ला, मेकअप, नेल एवं हेयर आर्टिस्ट कशिश तातेड़, रेन्बो चॉकलेट एवं केक संचालक रश्मि भार्गव, ईएम हुसैन पेट्रोल पम्प संचालक फरीदा हुसैन, गोल्ड मेडलिस्ट डेंटल सर्जन डॉ श्रेया श्रीवास्तव, जिले की पहली मुस्लिम सीए सानिया अली, शिक्षा के लिए नवाचार करने वाली प्राथमिक शाला रामजीढाना की शिक्षिका कमला दवंडे, एलएफएस स्कूल की शिक्षिका जैनब कुतबी एवं जिला अस्पताल में पदस्थ सीनियन लेब टेक्रिशियन एवं ब्लड बैंक इंचार्ज पदमा पंवार को मणिकर्णिका सम्मान से नवाजा जाएगा। आयोजन समिति ने जिलेवासियों से प्रतिभावान एवं ऊर्जावान बेटियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर इन बेटियों के उत्साहवर्धन के लिए आग्रह किया है।

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