लॉकडाउन के पहले दिन सड़कों पर पसरा सन्नटा, जरूरी सामानों की हुई होम डिलेवरी
सारनी। जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से लगे लॉकडाउन के बाद शनिवार को पहले दिन नगरीय निकाय के अंतर्गत पूरी सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। इस दौरान कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकले। पुलिस प्रशासन भी चप्पे-चप्पे पर मौजूद होकर आमजन की सुरक्षा में डटे रहे। इसके साथ ही कुछ लोग बीमारी का बहाना बताकर पुलिस को बताकर घूमते हुए पाए गए, जिनके पास ना ही कोई मेडिकल संबंधित पर्चियां मिली और ना ही कोई ऐसी ठोस वजह थी जिससे पुलिस ने रोककर उन्हें आवागमन करने की अनुमति नहीं दी और समझाइश देकर वापस अपने घर भेजा। वही जिला प्रशासन के निर्देशों पर बैतूल पुलिस जिला अधीक्षक सिमाला प्रसाद के नेतृत्व में नगरीय निकाय में एसडीओपी अभय राम चौधरी, थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान तथा पाथाखेडा चौकी प्रभारी राकेश सरयाम सहित पुलिस बल एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों ने चप्पे-चप्पे पर नजर रखते हुए लोगों को कोरोना संक्रमण से बचकर बढ़ रही चैन को रोकने के लिए अपील की। इसके अलावा पुलिस के द्वारा बगडोना के छतरपुर चौक, पाथाखेडा की मस्जिद चौक, सारणी जय स्तंभ चौक, शॉपिंग सेंटर सहित कई स्थानों पर बैरिकेडिंग कर लॉकडाउन के नियमों का पालन करवाया जा रहा है। वही निकाय अंतर्गत दूध, सब्जी इत्यादि जरूरी सामानों की होम डिलीवरी हुई साथ ही मेडिकल स्टोर अस्पताल इस दौरान खुले रहे।
बैतूल-छिंदवाड़ा बॉर्डर पर नहीं स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था
बैतूल जिले से सटे पड़ोसी जिले छिंदवाड़ा में भी कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पड़ोसी जिले में लॉकडाउन होने के बावजूद कई लोग खैरवानी ग्राम बॉर्डर से आ एवं जा रहे हैं जो कि बेरोकटोक जिले में प्रवेश कर रहे हैं। वहीं जिला कलेक्टर के निर्देश होने के बावजूद बैतूल छिंदवाड़ा बॉर्डर खैरवानी ग्राम पर स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे कि संभवतः कोरोना संक्रमण के केस की संख्या नगरीय निकाय में बढ़ने के अवसर ज्यादा दिखाई दे रहे हैं।