सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में मजदूरों पर हो रहा अत्याचार
सारणी। मध्य प्रदेश विद्युत ठेका श्रमिक संघ सारनी के माध्यम से विगत 12 दिनों से सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के मुख्य अभियंता कार्यालय के सामने धरना दिया जा रहा है, परंतु इस संबंध में कंपनी प्रबंधन ने अब तक कोई भी हल नहीं निकला आंदोलन में बैठे मजदूरों की पांच सुत्रीय मांग है कि अक्का लॉजिस्टिक कंपनी कैम्प सारनी का 3 वर्ष का श्रेणी के हिसाब से डिफरेंस पेमेंट दिया जाए, भारत मैकेनिकल कंपनी द्वारा 9 माह से बंद कर बेरोजगार की गई महिलाओं को वापस कार्य पर रखा जाए, बाग बगीचों में कार्यरत मजदूरों को शासन के नियम अनुसार वेतन दिया जावे, सभी कंपनियों को निर्देशित करें कि शासन के नियमानुसार सभी मजदूरों को श्रेणी के हिसाब से वेतन दिया जावे और माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तावित 660 मेगावाट की नई यूनिट शीघ्रता शीघ्र लगाई जावे। परंतु ठेका श्रमिक संघ की मांगों पर मुख्य अभियंता आर•के गुप्ता मज़दूरों को गुमराह करते नज़र आ रहे हैं। उनके माध्यम से पत्र क्रमांक 08-004/कल्याण-73/182 दिनांक 11/02/2022 में बिंदु क्रमांक 3 में कहा है कि बाग-बगीचों में कार्यरत मजदूरों को नियम अनुसार भुगतान हेतु सिविल विभाग से पत्राचार कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। वही चार नंबर बिंदु पर उन्होंने यह लिखा है कि सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी में कार्यरत सभी ठेकेदारों/कंपनी को समय-समय पर परिपत्र एवं पत्रों के माध्यम से शासन के नियम अनुसार ठेका श्रमिकों को समस्त भुगतान करने हेतु निर्देशित किया गया है।
एक तरफ तो मुख्य अभियंता आर•के गुप्ता यह कह रहे हैं कि मजदूरों को भुगतान करने के लिए वे समय-समय पर परिपत्र और पत्रों के माध्यम से विभागों को निर्देशित करते हैं और वहीं दूसरी तरफ बिंदु क्रमांक 3 में वे स्वयं कह रहे हैं कि बाग बगीचों में कार्यरत मजदूरों को नियमानुसार भुगतान करने हेतु सिविल विभाग को पत्राचार कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। यानी समय-समय पर पत्राचार करने के बाद भी अधिकारी सही से काम नहीं कर रहे हैं, इस संबंध में अब बड़ा सवाल यह है कि क्या मुख्य अभियंता आरके गुप्ता के माध्यम से संबंधित लापरवाही पूर्वक काम करने वाले अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा ?
वहीं ठेका कंपनियों के माध्यम से मजदूरों को कुशल कामगार का आई कार्ड बना कर दिया गया था जबकि उन्हें पेमेंट अर्धकुशल कामगार के हिसाब से दिया गया जिस वजह से मजदूर मांग कर रहे हैं कि उन्हें श्रेणी के हिसाब से ही पेमेंट दिया जाए। इस मामले में कुछ भी बोलने से सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के अधिकारी बच रहे हैं। ठेका श्रमिक संघ अध्यक्ष गंगाधर चढ़ोकार का कहना है कि हम लोग 12 दिनों से धरने पर बैठे हैं परंतु सतपुड़ा ताप विद्युत गृह प्रबंधन इस मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखा रहा है और न ही हमारी जायज़ मांगों को मान रहा है जिस वजह से समस्त मज़दूर मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित हो रहें हैं और हम मजदूरों के अधिकारों का भी खुलेआम हनन किया जा रहा है, उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में श्रम मंत्री, कलेक्टर बैतूल, श्रम कल्याण अधिकारी इत्यादि के पास शिकायत की है। वहीं धरने पर बैठी महिलाएं सुखवंती पंडाग्रे, शिवती सोनारे, रीता विश्वास का कहना है कि 9 महीने से उन्हें रोज़गार (मज़दूरी) नहीं मिला है जिस वजह से उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और जीवन यापन करने में भी अब उन्हें समस्या होने लगी है। कार्यक्रम स्थल पर मौजूद विश्वजीत हलदार, साहेब लाल यादव, राहुल जयसवाल, सुरेंद्र हरसोले का कहना है कि मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी में श्रम कानूनों का उल्लंघन हो रहा है और श्रमिकों को उनके योग्यता के अनुसार पेमेंट भी नहीं दिया जा रहा है। वहीं मजदूर नारायण गुप्ता ने कहा कि उन्हें शासन द्वारा निर्धारित शुल्क से कम शुल्क दिया जा रहा है। शासन के द्वारा समस्त नियम कानून पहले से बनाए गए हैं, परंतु निचले स्तर पर मौजूद अधिकारियों के माध्यम से समस्त नियम कानूनों का ठेका कंपनियों के साथ सांठगांठ कर लगातार उल्लंघन किया जा रहा है जिस वजह से मजदूरों के संविधानिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
इनका कहना:-
मामला संज्ञान में हैं, हमारे माध्यम से सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी का दौरा भी किया गया है। मजदूरों से चर्चा भी की गई है, जल्द ही मजदूरों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
डीडी भगत, जिला श्रम अधिकारी बैतूल