विहिप का सत्संग का प्रशिक्षण वर्ग संपन्न।

RAKESH SONI

विहिप का सत्संग का प्रशिक्षण वर्ग संपन्न।

 

 

सारणी। विश्व हिंदू परिषद का सत्संग प्रशिक्षण वर्ग विश्वहिंदू परिसद मूलताई जिले के सारणी प्रखंड के पाथाखेड़ा राजपूत भवन में संपन्न हुआ जिसमें विभाग के विभाग मंत्री श्री प्रीति वर्धन चतुर्वेदी जी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। विश्वहिंदू परिसद उपाध्यक्ष सुनील भारद्वाज जिला सह मंत्री चेतन गुप्ता, जिला सह मंन्त्री लक्ष्मी कांत पांडे, प्रखंड संयोजक लल्लन यादव प्रखंड अध्यक्ष मधु जगदेव और प्रखंड के सत्संग प्रमुख खेमराज झारखंड प्रखंड के अर्चक पुरोहित प्रमुख राज आनंद जी महाराज जी की उपस्थिति में हुई प्रखड के प्रखड सत्संग प्रमुख खेमराज झारखण्डे द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया गया विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री श्री प्रीति वर्धन चतुर्वेदी जी ने सत्संग को लेकर के अपने उद्बोधन में बताया की-सत्संग एक प्रचलित शब्द है जिसका प्रायः सभी लोग बातचीत व परस्पर व्यवहार में प्रयोग करते है। आजकल किसी धार्मिक कथा आदि में जाने को ही सत्संग मान लिया जाता है। सत्संग का वास्तविक अर्थ क्या है, इस पर कम लोग ही ध्यान देते हैं। सत्संग दो शब्दों सत् और संग से मिलकर बना है। सत् का अर्थ सत्य है और संग का अर्थ जहां एक से अधिक लोग परस्पर मिलकर बैठे व सत्य ज्ञान से युक्त विचारों को सुनें। इस प्रकार से सत्य विचार व सत्य चर्चा जहां हो वहां उपस्थित होना व उस चर्चा को सुन कर अपने विवेक से उसे जानना, समझना और उसकी परीक्षा कर सत्य को ग्रहण करना सत्संग कहलाता है। यदि सत् शब्द पर और गहराई से विचार करें तो यह शब्द तीन सत्ताओं के लिए प्रयोग में लाया जाता है। एक है ईश्वर, दूसरा जीवात्मा और तीसरा प्रकृति। इन तीनों की चर्चा करना और इनके सत्यस्वरूप का ज्ञान प्राप्त करना भी सत्-संग कहलाता है। उन्होंने बताया कि सत्संग का विश्व हिंदू परिषद में विशेष स्थान होता है। कार्यक्रम की समाप्ति पर जिला सह मंत्री लक्ष्मी कांत पांडे, पाथाखेड़ा नगर संयोजक निशांत भंडारे एवं नगर मंत्री पारस आटनेरे ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बजरंग दल के सौरव साहू, जय सिंदूर, राहुल पचौरी ,महेंद्र, उमेश सिंह, आदित्य पांडे ,अजय सोनी ,मनोज परिहार ,गोलू विश्वकर्मा, संजय विजय, ठाकुर नीलेश , दयाराम पवार चेतन डांगे ,विजय आदि उपस्थित रहे।

Advertisements
Advertisements
Share This Article
error: Content is protected !!