विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत परामर्श बैठक आयोजित
बैतुल:- स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार 4 अगस्त को जिला चिकित्सालय के पोषण पुर्नवास केन्द्र (एन.आर.सी.) में विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत महिलाओं की परामर्श बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्तनपान संबंधी परामर्श प्रदाय किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुये जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती श्रुति गौर तोमर द्वारा बताया गया कि स्तनपान अमृतपान है। उनके द्वारा प्रसव के एक घंटे के भीतर मां की काउंसलिंग कर शिशु को प्रथम टीके के रूप में मां का दूध पिलाया जाना तथा स्तनपान की आदत को नियमित रूप से अमल में लाये जाने की बात कही गई। उन्होंने बताया कि 6 माह के पश्चात् शिशु को स्तनपान के साथ धीरे-धीरे नरम, ताजा एवं ठोस आहार देना प्रारंभ किया जाना चाहिये, जिससे उम्र के अनुसार शिशु का शारीरिक एवं मानसिक विकास पूर्ण हो सके एवं एक स्वस्थ शिशु को स्वस्थ जीवन प्रदान किया जा सके तथा शिशु एवं बाल मृत्यु दर को कम किया जा सके।
उप मीडिया अधिकारी श्रीमती अभिलाषा खर्डेकर द्वारा स्तनपान का महत्व, नवजात शिशु के लिये मां का दूध क्यों आवश्यक है तथा 6 माह तक केवल स्तनपान किस प्रकार शिशु को विभिन्न बीमारियों के संक्रमण एवं कुपोषित से बचाता है की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि स्तनपान शिशु को सम्पूर्ण शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करता है, मां का दूध अमृत के समान है, जो शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है एवं निमोनिया, डायरिया, पीलिया जैसी जान लेवा बीमारियों से बचाता है, जिससे परिवार पर आर्थिक बोझ कम होता है।
एनआरसी की स्तनपान परामर्श बैठक में पोषक प्रशिक्षक श्रीमती उषा पोटफोड़े, स्टाफ नर्स श्रीमती नीता पाराशर सहित धात्री महिलाएं मौजूद रहीं।