विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को मलेरिया जागरूकता सप्ताह का आयोजन 25 अप्रैल से एक मई तक

RAKESH SONI

विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को
मलेरिया जागरूकता सप्ताह का आयोजन 25 अप्रैल से एक मई तक

बैतूल:- प्रतिवर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष 25 अप्रैल 2021 की विश्व मलेरिया दिवस की थीम है “Reaching the Zero Malaria Target” अर्थात् शून्य मलेरिया लक्ष्य तक पहुंचाना है। इसके साथ ही 25 अप्रैल से 1 मई 2021 तक मलेरिया जागरूकता सप्ताह मनाया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग ने जन सामान्य से अपील है कि वे अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें यदि घर के आसपास पानी जमा है तो उसकी निकासी अवश्य करें यदि निकासी संभव न हो रूके हुए पानी में जला ऑइल या मिट्टी का तेल छिडक़ें ताकि इन जगहों पर मलेरिया फैलाने वाले मच्छर न पनप सकें। सोते समय मच्छरदानी लगाएं,मच्छर लगाने वाली क्रीम क्वाईल या लिक्विड का इस्तेमाल करें, मच्छर मारने हेतु इलेक्ट्रिक रैकेट का इस्तेमाल करें, नीम की पत्तियों का धुऑ करें। कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अत: बुखार आने पर खून की जांच अवश्य कराएं तथा मलेरिया पाये जाने पर नि:शुल्क पूर्ण उपचार आशा कार्यकर्ता, ए.एन.एम. या शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में प्राप्त करें। बुखार आने पर खून की जांच हेतु आशा कार्यकर्ता, ए.एन.एम. या निकटतम स्वास्थ्य संस्था में सम्पर्क करें।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ए.के. तिवारी ने बताया कि मलेरिया संक्रमित मादा एनॉफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। मलेरिया का मच्छर गढ्ढो में भरे पानी, नदी के किनारों पर रूके पानी, झरनों, तालाबो एवं घर के आसपास रूके हुए पानी, हैंडपंप के आसपास रूके हुये पानी में पनपता है।
मलेरिया बुखार के सामान्य लक्षण है- ठंड लगकर बुखार आना, पसीना आकर बुखार उतर जाना, सर दर्द होना, उल्टी होना एवं गंभीर स्थिति में बेहोशी आना आदि। यदि समय पर उपचार न लिया जाए तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। अत: बुखार आने पर खून की जांच अवश्य कराएं एवं मलेरिया पाए जाने पर पूर्ण उपचार अवश्य लें।
‘‘ मलेरिया न हो इसलिये आवश्यक है, मच्छरों से दूरी बनाए रखें’’

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