विद्युत विभाग को मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना में  शामिल करने मे सरकार की नियत  नहीं

RAKESH SONI

फोरम की आन लाइन बैठक के बाद ऊर्जा विभाग ने कंपनी प्रबंधकों को पत्र लिखा -आउटसोर्स कर्मीयो की हड़ताल को फोरम का समर्थन ।

विद्युत विभाग को मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना में  शामिल करने मे सरकार की नियत  नहीं

सारनी:- मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम फार एमपलाइज एंड इंजीनियर्स  बिजली विभाग का सर्वोच्च संगठन है ( जिसके अंतर्गत बोर्ड, कंपनी ,  संविदा एवं आउट सोर्स कर्मी आते हैं ) जिसके द्वारा बिजली विभाग में कार्यरत समस्त बिजली अधिकारी एवं कर्मचारियों हेतु *मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना* लागू करवाने हेतु  पिछले 3 माह से निरंतर प्रत्येक स्तर पर संघर्ष किया जा रहा था ,  जिसके परिणाम स्वरूप आज मध्यप्रदेश शासन के  ऊर्जा विभाग के द्वारा मध्य , पूर्व , पश्चिम   वितरण कंपनी के साथ , पावर मेनेजमेन्ट ,  जनरेटिग कंपनी लिमिटेड एवं ट्रांसमिशन कंपनी के  प्रबंध संचालकों को  विद्युत अधिकारी एवं कर्मचारियों के संहयोजन के संबंध में निर्देशित किया है। जनरेशन सारनी के प्रचार सचिव अंबादास सूने ने बताया कि
मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम के द्वारा   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , राज्यपाल मध्यप्रदेश ,  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  , राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया , ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ओर मानव अधिकार आयोग को पत्र के माध्यम से बिजली कर्मियों को कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना लागू करवाने हेतु अनुरोध किया था , फलस्वरूप  ऊर्जा विभाग ने 08 मई  21  को महत्वपूर्ण पत्र लिखा है। यूनाइटेड फोरम के संयोजक वी के एस परिहार ने बताया कि  मध्य प्रदेश में अभी लगभग 400 विद्युत अधिकारी कर्मचारियों की कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण मृत्यु हो चुकी है और पूरे प्रदेश में 3500 से अधिक विद्युत अधिकारी कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर एम्पलाइज एड इंजीनियर की दिनांक 7 मई को प्रांतीय आन लाइन बैठक हुई थी , बैठक में सभी सदस्यो  ने फोरम के संयोजक   श्री परिहार   से आग्रह किया कि अब कोई कठोरता के साथ निर्णय लिया जाए ।  जिससे विद्युत विभाग को कोरोना योध्दा घोषित किया जा सके ।   आउट सोर्स  कर्मीयो की काम बंद हड़ताल को फोरम का समर्थन है। आन लाइन बैठक में  सभी जिलों के जिला संयोजक बैतूल , उज्जैन , सागर , पन्ना , भोपाल , रीवा , कटनी ,  नर्मदापुरम , जबलपुर , छिंदवाड़ा , ग्वालियर , मंदसौर  के अतिरिक्त सभी कंपनियों के संयोजक , प्रान्तीय सचिव प्रभूनारायण नेमा , एल के दुबे , पवन गुप्ता  ,  लोकेन्द्र  श्रीवासतव ,  सोनू प्रताप पांडे  , ओमेन्द्र सिंह भी  उपस्थित थे।

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