माचना पुनर्जीवन अभियान
मिलानपुर की ग्राम सभा में जल संरचनाओं के गहरीकरण की योजना बनाई गई
बैतुल:- जिले की प्रमुख नदी माचना को पुनर्जीवित करने के क्रम में सहायक नदियों और उनकी सहायक छोटी-छोटी जल संरचनाओं को विकसित करने के क्रम में मंगलवार को ग्राम मिलानपुर में ग्रामसभा आयोजित की गई। बारिश के बावजूद भी ग्रामीण ग्रामसभा में उपस्थित हुए। इस दौरान ग्रामीणों के साथ अतिथियों ने विद्यालय परिसर में नीम के पौधे रोपे।
ग्राम पंचायत भवन में आयोजित सभा में जिले में लगातार पर्यावरण संबंधी गतिविधियों का संचालन कर रहे पर्यावरण कार्यकर्ता श्री मोहन नागर ने ग्रामीणों को बताया कि व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास करके हम अपने गांव में वर्षा जल का संरक्षण कर सकते हैं, जिससे जलस्तर तो सुधरेगा ही, साथ में हमारी नदियाँ सदानीरा बनेगी। नदी पुनर्जीवन अभियान में सभी नागरिक कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेंगे तो यह लक्ष्य जल्दी प्राप्त होगा।
सहायक कलेक्टर श्री अंशुमन राज ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कैसे शासन और जनभागीदारी से काम किए जा सकते हैं और कार्य की सफलता में जन भावनाओं का विशेष स्थान होता है। उन्होंने कहा कि हिमालय से निकलने वाली नदियों को बर्फ से पानी मिलता है, किन्तु हमारे यहाँ की नदियों को पेड़ों की जड़ों से पानी मिलता है। अत: हमें सामूहिक तौर पर नदी किनारे सघन पौधरोपण करना होगा। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर श्री अंशुमन राज ने ग्रामीणों की समस्याओं का निदान भी किया। उन्होंने ग्राम अनकावाड़ी के अपूर्ण पहुंच मार्ग के शीघ्र ही निर्माण का आश्वासन दिया। साथ ही अन्य ग्रामीण हितग्राहियों की समस्याओं का भी उन्होंने निराकरण किया। नर्मदा नदी की तीन परिक्रमा पूर्ण कर चुके भोपाली बाबा ने अपने सुझाव ग्रामीणों के साथ साझा किए।
जिला पर्यावरण प्रभारी अमोल पानकर ने कहा कि हजारों फीट नीचे जा चुके भूमिगत जल को हम कैसे पुनर्भरण के माध्यम से सुधार सकते हैं। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा पंचायत के दो तालाबों का निरीक्षण कराया गया, जहाँ वर्षा के बाद गहरीकरण किया जायेगा। ग्राम अनकावाड़ी में माचना की सहायक नदी सांपना के गहरीकरण के सुझाव भी ग्रामीणों द्वारा दिये गये। वर्षा जल संरक्षण हेतु पंचायत की पहाड़ी पर खंतियां खोदने का प्रस्ताव भी ग्राम सभा में लिया गया। सहायक कलेक्टर द्वारा प्रस्तावित तालाबों की विस्तार योजना हेतु प्रशासनिक तकनीकी अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इस अवसर पर श्री कृष्णकांत गावंडे, श्री भवानी गावंडे, श्री अर्पित वर्मा, श्री सुनील वाडीवा, ग्राम सरपंच, पंचायत सचिव सहित अन्य ग्रामीण जन उपस्थित थे ।