“मनसंगी साहित्य संगम की वर्चुअल होली महोत्सव काव्य गोष्ठी संपन्न”
साहित्य। मनसंगी साहित्य संगम परिवार की ओर से होली महोत्सव पर वर्चुअल काव्य गोष्ठी रविवार देर शाम तक आयोजित हुई। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होली काव्य महोत्सव में मुख्य अतिथि इंदिरा धूपिया भीलवाड़ा राजस्थान थी। विशिष्ट अतिथि रितिक तिवारी व प्रियांशु शर्मा हिमाचल प्रदेश अतिथि थे। अध्यक्षता सत्यम द्विवेदी ने की। प्रारंभ में मंच संचालक रवि शंकर निषाद ने मनसंगी साहित्य मंच के संस्थापक अमन राठौर मन व सह संस्थापिका मनीषा कौशल का आभार प्रकट करते हुए मनसंगी साहित्य संगम मंच पर उपस्थित कवियों का परिचय कराया। सरस्वती वंदना निखिलेश नीमा ने व स्वागत गीत सुरंजना पांडेय ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम संचालक मंगल कुमार जैन ने बताया कि काव्य गोष्ठी में रमेश मालचिमड़े रायचूर कर्नाटक, सुरंजना पांडेय बिहार, नेहा शर्मा, ज्योति सागर सना, पीयूष राजा नवादा बिहार, संयोगिता काशी नाथ शुक्ल जलगांव महाराष्ट्र, राम कुमारी गंगा नगर मेरठ, डॉ संजू त्रिपाठी लखनऊ उत्तर प्रदेश, मनजीत कौर कर्नाटक, निखिलेश नीमा, अनामिका संजय अग्रवाल, विनोद ढींगरा राजन, पाखी जैन उदयपुर राजस्थान, मंगल कुमार जैन उदयपुर राजस्थान, सुनीता भटनागर उत्तराखंड, सुधा कुमारी पांडेय, कमलजीत, डॉ पुष्पा जैन मध्यप्रदेश और प्रियांशु शर्मा हिमाचल प्रदेश ने होली के रंग में रंगी अपनी हास्य श्रृंगार और मनोरंजन से भरपूर रचनाओं का काव्य पाठ किया। हर रचनाकार के काव्य पाठ पर मुख्य अतिथि इंदिरा धुपिया व विशिष्ट अतिथि रितिक तिवारी ने अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया देकर रचनाकारों का उत्साह बढ़ाया। कक्षा चार की बाल कवयित्री पाखी जैन के काव्य पाठ की सभी ने बहुत सराहना की। मुख्य अतिथि इंदिरा धूपिया ने कहा कि साहित्य मंच के प्रयासों से पाखी जैसे बाल रचनाकार में भविष्य का बड़ा साहित्यकार देखने को मिल रहा है। उन्होंने मन संगी साहित्य मंच के प्रयासों की सराहना करते हुए मासिक पत्रिका प्रकाशन, काव्य पाठ, रचना लेखन प्रतियोगिता आदि गतिविधियों से साहित्य सेवा कार्य की सराहना की। मन संगी साहित्य मंच के संस्थापक अमन राठौर मन ने आमंत्रित अतिथियों व देश के विभिन्न राज्यों से उपस्थित कवियों का आभार व्यक्त किया एवं सह संस्थापिका मनीषा कौशल ने सभी का धन्यवाद किया।