– मनसंगी साहित्य संगम की ‘
युवा वर्ग और राष्ट्र प्रेम’ ई-पत्रिका प्रकाशित हुई।
-कक्षा 4 की नन्हीं बालिका पाखी जैन ने कार्यक्रम का संचालन किया।
– रचनाकारों ने सुंदर काव्य पाठ से गोष्ठी को सजाया।

सारणी। मनसंगी साहित्य संगम की ई-पत्रिका का पांचवां मासिक अंक स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित ‘युवा वर्ग और राष्ट्र प्रेम’ विषय पर 12 जनवरी 2022 को विवेकानंद की जयंती पर वर्चुअल कार्यक्रम द्वारा पत्रिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जतिन मंडल युवा कवि, अति विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध साहित्यकारा पूनम तिवारी(रांची), विशिष्ट अतिथि डॉ श्री लता सुरेश (बेंगलुरु), आ.कल्याणी झा कनकजी , आ.ममता मनीष सिंहाजी रामगढ़ थी। सरस्वती वंदना 16 वर्षीय वैष्णवी नीमा जी ने व स्वागत गीत वरिष्ठ रचनाकार मंगल कुमार जैन उदयपुर राजस्थान ने प्रस्तुत किया। ‘युवा वर्ग और राष्ट्रप्रेम’ पत्रिका की संपादक काजल भार्गव जी और संकलक हिमांशु गोयल जी है।कार्यक्रम में सभी रचनाकार व अतिथियों ने मनसंगी साहित्य संगम के संस्थापक श्री अमन राठौड़ “मन”जी, सह संस्थापिका श्रीमती मनीषा कौशल व अध्यक्ष श्री सत्यम द्विवेदी जी के मार्गदर्शन व सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कक्षा 4 की 10 वर्षिय छात्रा बाल कवयित्री पाखी जैन ने अपनी सुमधुर आवाज में पूर्ण आत्मविश्वास से पत्रिका विमोचन कार्यक्रम का संचालन कर सभी को आकर्षित किया। नन्हीं रचनाकार पाखी के कुशल मंच संचालन को देखकर रांची की प्रसिद्ध साहित्यकार अति विशिष्ट अतिथि पूनम रानी तिवारी ने कहा कि पाखी को आज हमने पंख दे दिए और खुले आसमान में अपनी पूरी ताकत से उड़ने के लिए छोड़ दिया है। वहीं कार्यक्रम में रहे मुख्य अतिथि 15 वर्षीय जन्मांध बालक जोकि बहुमुखी प्रतिभा के धनी है जतिन जी ने भी बहुत सुंदर काव्य पाठ किया। संकलक हिमांशु गोयल ने बताया कि “युवा वर्ग व राष्ट्रप्रेम’ विषय पर पत्रिका में विवेकानंद जी के जीवन पर आधारित देशभक्ति से ओतप्रोत 48 रचनाकारों की रचनाओ का प्रकाशन किया गया साथ ही संपादकीय लेखन व सरस्वती वंदना मनसंगी अध्यक्ष सत्यम द्विवेदी जी कानपुर ने किया।
पत्रिका विमोचन कार्यक्रम के सह संचालक मंगल कुमार जैन ने बताया कि पत्रिका विमोचन पश्चात दूसरे दौर में पत्रिका के रचनाकार कवि डॉ कृष्णा जोशी इन्दौर, ममता मनीष सिंहा रामगढ़, नेहा पाण्डेय, प्रवीण शर्मा, पाखी जैन उदयपुर, संदीप खैरा दीप, मंगल कुमार जैन उदयपुर राजस्थान,मनीषा कौशल, सुरंजना पाण्डेय, गौतम केसरी, नन्दिता मांजी शर्मा, जतिन मंडल,पुनम रानी तिवारी रांची, कल्याणी झा कनक जी, डॉ श्री लता सुरेश बेंगलुरु, वैष्णवी नीमा, हिमांशु गोयल,काजल भार्गव आदि ने स्वामी विवेकानंद जी के जीवन पर आधारित अपनी स्वरचित रचनाओं का काव्य पाठ किया। सभी रचनाकारों ने मनसंगी साहित्य संगम मंच के संस्थापक अमन राठौड़ मन जी को धन्यवाद प्रेषित किया।