मध्यप्रदेश में ‘योग से निरोग’ कार्यक्रम का शुभारंभ कर वी.सी. के माध्यम से जुड़े विभिन्न योग प्रशिक्षकों से संवाद कर विचार साझा किया।
भोपाल:- जब से मानव सभ्यता का उदय हुआ है, तबसे आजतक इतना बड़ा संकट नहीं आया।
भोपाल:- महामारी पहले भी आई लेकिन ऐसी महामारी जिसने पूरी दुनिया पर कहर ढाया, इसका और कोई उदाहरण नहीं हैं। व्यापक रूप से लोग संक्रमित हो रहे हैं। एक तरफ हम सभी प्रकार की व्यवस्था बना रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ हम ऐसे उपाय भी खोजते जाएँ जिससे जनता को लाभ हो। हमारी सभ्यता बहुत पुरानी है। हमारे ऋषियों ने वर्षों तक अनुसंधान कर योग की विधि बनाई।
बीमारी न हो इसके लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जाए, इसके लिए आज हमने योग से निरोग कार्यक्रम प्रारम्भ किया है। मैं वर्षों से रोज प्राणायाम कर रहा हूँ। मैं यदि आज इतना काम कर पा रहा हूँ तो उसका कारण है योग। मैं जब कोरोना से संक्रमित हुआ तब भी मैंने प्राणायाम करना नहीं छोड़ा। मैं अपने अनुभव से बता सकता हूँ कि योग से निरोग हुआ जा सकता है। मैं आम जनता को कहना चाहता हूं कि यदि हम समय रहते COVID19 का इलाज चालू कर लें तो इससे जीता जा सकता है। योग से निरोग कार्यक्रम से लोग जल्दी ठीक होंगे। योग का असर साधक के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा।
योग से निरोग कार्यक्रम के अंतर्गत हम एक नई दिशा पूरी दुनिया को दिखाएंगे। यह कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है। हमें संक्रमितों को भी ठीक करना है और बाकी लोगों में संक्रमण न फैले उसकी चिंता भी करना है। अभी मध्यप्रदेश में MPJantaCurfew लगा है। कोरोना से जीतना है, तो संक्रमण की चेन तोड़नी होगी। इसके लिए घर में रहना होगा। जनता कर्फ्यू को अपने मोहल्ले, गांव, क्षेत्र में सफल बनाना होगा। घर में रहते हुए योग करें और अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ायें। इससे इस लड़ाई को जीतने में मदद मिलेगी।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःख भाग् भवेत्।।
लड़ाई लंबी है और कठिन भी लेकिन हमें यह लड़ाई जीतना है। आइये, मेरे सभी योग प्रशिक्षक भाई-बहन इस कार्यक्रम में अपना पंजीयन कराएँ और मानवता की सेवा में योगदान दें।