मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद् सारनी द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति को असामाजिक तत्वों द्वारा खंडित   किया जिसको लेकर एसडीओपी सारणी को ज्ञापन सौंपा गया

RAKESH SONI

मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद् सारनी द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति को असामाजिक तत्वों द्वारा खंडित   किया जिसको लेकर एसडीओपी सारणी को ज्ञापन सौंपा गया

सारनी। विगत दिनों आदिवासी समुदाय के अराध्य धरती आंबा भगवान बिरसा मुंण्डा जी की मूर्ति को असामाजिक तत्वों द्वारा खाड़ित करने एवं भैंसदेही विस. के भीमपुर ब्लॉक में आदिवासी महिला के द्वारा सड़क किनारे सब्जी की दुकान लगाने पर दबंगों द्वारा फेंकने को लेकर आदिवासी समुदाय के खिलाफ होने वाले अत्याचार शोषण पर शासन प्रशासन के द्वारा अंकुश लगाया जाएं, साथ ही पीड़िता को उचित निष्पक्षता के साथ न्याय दिलाया जाए, सूत्रों के हवालें से प्राप्त जानकारी अनुसार भीमपुर में हो रहें अतिक्रमण को हटाने के लिए आदिवासी संगठनों ने मांग की थी, लेकिन लोकल प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है, अतिक्रमणकारीयों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाएं!
साथ ही बैतूल अर्जुन नगर हाई प्रोफाइल क्षेत्र में भाजपा सासंद के निवास कांलोनी में विगत दिनों अज्ञात असामाजिक तत्वों के द्वारा भगवान बिरसा मुंण्डा जी की मूर्ति को तोड़ने की घटना हुई,बेखौफ गुंण्डे बदमाशों को जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन का भी डर नहीं रहा हैं ! इस कृत्य को लेकर आदिवासी समुदाय में भारी आक्रोश व्याप्त है, शासन प्रशासन से मांग करते हैं कि मूर्ति का पुनः जीर्णोद्धार कर आप-पास बांऊड्री वाल का निर्माण किया जाएं,
अत: आदिवासी समुदाय शासन प्रशासन से मांग करता है कि उपरोक्त दोनों मामलों को संज्ञान में लेते हुए दोषियों पर त्वरित उचित कार्रवाई कर दण्डित किया जाएं,ताकि भविष्य में इस तरह के कृत्य सामने ना आएं,यदि शासन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं देता है तो आदिवासी समुदाय उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होंगी!

ज्ञापन सौंपने वालों में सर्व प्रथम जिला उपाध्यक्ष सुनील भलावी , जिला सह सचिव लालू दरसीमा , सामाजिक कार्यकर्त्ता कन्हैया नागले ,राहुल जयसवाल , कमल नागले जी, शिवचरन धुर्वे , सुनील सिलुकरजी, विनेश कुमरे , मंगूलाल दरसीमा , सदन दरसीमा  आदि कार्यकर्त्तागण उपस्थित रहें

Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Advertisements
Share This Article
error: Content is protected !!