बी एम एस के मध्य प्रदेश विधुत उत्पादन कर्म संघ ने किया मात्र शक्ति का सम्मान।
सारणी। अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है । यह एक ऐसा दिन है जब महिलाओं को राष्ट्रीय, जातीय भाषाई सांस्कृतिक आर्थिक या राजनीतिक विभाजन की परवाह किए बिना उनकी उपलब्धियों के लिये पहचाना आता है
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की रिपोर्ट बताती है की विश्व के चालीस प्रतिशत से भी अधिक रोजगारों में महिलाएं कार्यरत है। लैंगिक समानता पर मैकेंजी ग्लोबल इंस्टीट्यूट की हालिया रिपोर्ट का एक अनुमान है कि भारत अपनी अर्थव्यवस्था में लैंगिक संतुलन स्थापित कर लेता है तो अगले दस वर्षों में अपने सकल घरेलू उत्पाद में सात अरब डॉलर तक जोड़ सकता है।
भारतीय महिलाओं को नये भारत के उभरते परिदृश्य में एक सशक्त हस्तक्षेप के रूप में देखने के पर्याप्त कारण है। महिलाओं जुड़े नियम कानून, संवैधानिक प्रावधान मीडिया सरकारी नीतियों व कार्यक्रम पंचायतो व विधान सभाओं तथा संसद में उनका प्रतिनिधित्व जेंडर बजटिंग उद्यमिता व कौशल विकास कार्यक्रम तथा बैंकिंग एवं लघु ऋण योजनाएं स्व सहायता समूह और मनरेगा जैसे प्रयास मिल जुलकर महिलाओं के नए भारत में मददगार बने है ।
उन्हें एक अपना आधुनिक राष्ट्र बनाने में ये सब सहायक सिद्ध हुए है। महिलाएं विकासशील देशों में नए प्रवर्तनों की वाहन बनी है। हाल के चुनाव में 17 वीं लोकसभा मे 78 महिला सांसदों के साथ शुरू हुई, जबकि 724 महिला उम्मीदवार चुनावी समर में थी ये एक संकेत है। वर्तमान के युग में उन्हें कोई हरा नहीं सकता बस वे खुद से न हरे |