निवास में COVID19 संक्रमण की रोकथाम और व्यवस्थाओं को लेकर मंत्रीगण एवं वरिष्ठ अधिकारियों सहित कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक की।
भोपाल:- कोरोना की चेन ब्रेक करने का एकमात्र तरीका यही है कि जहां संक्रमण है, उसे वहीं रोकना होगा। गांव गांव, मोहल्ले मोहल्ले, गली गली में जहां भी संक्रमण हो माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाएं तथा कोरोना को वहीं रोक दें। ऐसे क्षेत्र जहां कोरोना संक्रमण नहीं है, वहां बाहर से आने-जाने वालों पर सख्ती की जाए, जिससे कि वहाँ संक्रमण प्रवेश न कर पाये।
“मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव”, “मेरा मोहल्ला कोरोना मुक्त मोहल्ला”, “मेरा शहर कोरोना मुक्त शहर’ बनाएं। घर-घर सर्वे कर सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों की पहचान की जाए तथा उन्हें मेडिकल किट देकर इलाज प्रारंभ कराया जाए। प्रारंभ से ही दवाई दिए जाने से मरीज जल्दी स्वस्थ हो जायेंगे। इसके लिए गांवों मैं एवं शहरों में अभियान चलाया जाये। शहरों में कोरोना सहायता केंद्र बनाए जाएं, जहां से आसानी से मेडिकल किट उपलब्ध हो सके।
प्रदेश में नये प्रकरणों की तुलना में अधिक मरीज स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं, इससे प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या में निरंतर कमी आ रही है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 12652 नए मरीज आए वही 13890 मरीज स्वस्थ हुए। प्रदेश में कोरोना सक्रिय के मरीजों की संख्या 87179 हो गई है। प्रदेश की रिकवरी रेट 84.2% तथा मृत्यु दर 1% है। संक्रमण की दृष्टि से प्रदेश देश में 14वें स्थान पर है। प्रदेश के हाई पॉजिटिविटी वाले जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाये। प्रदेश के 15 जिलों में 25% से अधिक 7 दिन की औसत पॉजिटिविटी रेट है। टीकमगढ़ की 47%, शिवपुरी की 39%, दतिया की 34%, अनूपपुर की 32%, सिंगरौली की 31% पॉजिटिविटी रेट है।
होम आइसोलेशन व्यवस्था को परफेक्ट बनाया जायेगा, जिससे कि मरीज घर पर ही स्वस्थ हो जायें। प्रदेश में वर्तमान में 64218 मरीज होम आइसोलेशन में हैं, इनमें से 13596 ग्रामीण क्षेत्र में तथा 50622 नगरीय क्षेत्र में हैं। प्रदेश में 320 कोविड केयर सेंटर संचालित हैं, जिनमें 80 सेंटर्स में ऑक्सीजन की व्यवस्था है। इन सेंटर्स में 14362 आइसोलेशन बेड्स तथा 1267 ऑक्सीजन बेड्स उपलब्ध हैं। कोविड केयर सेंटर्स में मरीजों के इलाज के साथ ही उनके भोजन आदि की अच्छी व्यवस्था की गई है। MPFightsCorona