नगरीय क्षेत्रों एवं नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के साथ वीसी के माध्यम से चर्चा की।
भोपाल:- संक्रमण की चेन तोड़ना हमारा मूलमंत्र है। आप सभी ने बहुत सहयोग किया है जिसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ। घर में रहना बहुत ज़रूरी है। COVID19 से जीतना है तो बाहर नहीं निकलो, घर में रहो। अगर लक्षण आएँ तो तुरंत टेस्ट करवाकर दवाई शुरू करें। इसमें देर नहीं करना है ताकि संक्रमण न बढ़े। पॉज़िटिव आने वाले व्यक्ति बाहर न घूमें। आप होम आइसोलेट हों या कोविड केयर सेंटर में आ जाएँ।
अगर हम पेशेंट को होम आइसोलेशन में ठीक कर लेंगे तो अस्पतालों में बोझ कम आएगा और हम ज़रूरतमंद लोगों का इलाज कर पाएंगे। कई जगह से उत्साहजनक खबरें आ रही हैं कि लोग होम आइसोलेशन और कोविड केयर सेंटर में ही ठीक हो रहे हैं।
लोगों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। हम रेमडेसीवीर इंजेक्शन की आपूर्ति लगातार सुनिश्चित कर रहे हैं। डॉक्टर्स ने बोला है कि हमेशा इसकी जरूरत नहीं पड़ती। जिसे ज़रूरत है, उसे यह मिले इसके लिए हम निरंतर कार्यरत हैं। मेरी यह विनती है कि 30 अप्रैल तक अनावश्यक मूवमेंट न हो। हमारी जवाबदारी है कि जो लोग संक्रमित नहीं हैं, उनकी सुरक्षा का ध्यान हम रखें। जो स्वस्थ हैं वो स्वस्थ रहें, इसके लिए सब घर में रहें। हम योग से निरोग अभियान प्रारम्भ कर रहे हैं। दस होम आइसोलेटेड मरीजों में एक योग प्रशिक्षक योग का प्रशिक्षण देगा। आप सबसे प्रार्थना है कि संक्रमण की चेन तोड़ने में आप मदद करें। #MPJantaCurfew को सफल बनाने में अपना योगदान दें। स्वयं बाहर न निकलें और दूसरों को प्रेरित करें। हम काढ़ा बाँटने की व्यवस्था भी कर रहे हैं। इसके साथ ही एक पैम्फलेट आपके पास भेजेंगे जिसमें कोरोना से बचने की जानकारी होगी।
स्वच्छता एक प्रमुख विषय है। नगरीय निकायों की ड्यूटी है कि स्वच्छता और सेनेटाइज़ेशन होता रहे ताकि संक्रमण कम हो। हमारे छोटे-छोटे स्ट्रीट वेंडर्स को हमने ऋण दिया था। हमने तय किया है कि गरीबों को 3 माह का निशुल्क राशन देंगे और स्ट्रीट वेंडर्स को तुरंत रु. 1,000 की सहायता देंगे जिससे उनका काम चल जाये। वैज्ञानिक रूप से यह सिद्ध हो गया है कि वैक्सीनेशन होने के बाद 99% लोगों को कोविड19 नहीं हुआ। आप सभी लोग अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करवाएँ। 1 मई से 18 साल से अधिक के लोगों को मध्यप्रदेश में फ्री में टीका लगाया जाएगा।
अभी छोटी संख्या में प्रवासी मजदूर आ रहे हैं। ऐसे मजदूरों को भोजन की व्यवस्था हमारी जिम्मेदारी है। जिस ढंग से आप सभी सक्रिय हैं वो अभिनंदनीय है। संकट बड़ा है, लंबा चल सकता है। अगर हमने ठीक ढंग से कर्फ्यू लागू करवा लिया तो स्थिति नियंत्रण में आएगी।