जिले की अभिनव पहल-
दिव्यांगजन अब फर्राटे से भर सकेंगे अपने सपनों की उड़ान-सांसद श्री डीडी उइके
दिव्यांगों को सहूलियत प्रदान करने की प्रदेश में जिले की अग्रणी पहल
101 दिव्यांगों को नि:शुल्क प्रदान की गईं मोटोराइज्ड ट्राइसिकल
बैतूल। सांसद श्री डीडी उइके ने कहा कि मोटोराइज्ड ट्राइसिकल मिलने से जिले के दिव्यांगजन अब फर्राटे से अपनी मंजिल तय कर सकेंगे। मोटोराइज्ड ट्राइसिकलों के सहयोग से वे रोजगार की दिशा में सोचे हुए सपनों को साकार कर सकेंगे। दिव्यांगों को यह सहूलियत मिलने से उनका मनोबल प्रखर होगा और वे अपने जीवन के लक्ष्य आसानी से पूर्ण कर सकेंगे। सांसद श्री उइके शनिवार को जिला मुख्यालय पर सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा आयोजित सामाजिक अधिकारिता शिविर को संबोधित कर रहे थे। इस शिविर में एडिप योजनांतर्गत 101 दिव्यांगजनों को संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास निधि एवं वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड की सीएसआर मद से नि:शुल्क मोटोराइज्ड ट्राइसिकल प्रदान की गई। शिविर में विधायक बैतूल श्री निलय डागा, विधायक आमला डॉ. योगेश पंडाग्रे, कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस, जिला पंचायत के उप प्रधान श्री नरेश फाटे सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं दिव्यांगजन मौजूद थे। यह पहला अवसर था जब जिले में दिव्यांगों के लिए नि:शुल्क मोटोराइज्ड ट्राइसिकल वितरित की गईं।
शिविर को संबोधित करते हुए सांसद श्री उइके ने आगे कहा कि दिव्यांगों को नि:शुल्क मोटोराइज्ड ट्राइसिकल प्रदान करने की प्रदेश में जिले की अग्रणी पहल है। कलेक्टर श्री बैंस पिछले काफी समय से दिव्यांगों को यह सहूलियत प्रदान करने के लिए प्रयासरत थे, जिसमें हम सभी को सफलता मिली है। दिव्यांगजनों के सहयोग के लिए जिला प्रशासन का यह ठोस कदम है। उन्होंने दिव्यांगजनों से अपील की कि वे इन मोटोराइज्ड ट्राइसिकलों को चलाते वक्त अपेक्षित सावधानी जरूर बरतें।
शिविर को संबोधित करते हुए बैतूल विधायक श्री निलय डागा ने कहा कि दिव्यांगजनों को नि:शुल्क मोटोराइज्ड ट्राइसिकल उपलब्ध कराए जाने की जिला प्रशासन की पहल सराहनीय है। उक्त ट्राइसिकल उपलब्ध कराने में सांसद श्री उइके द्वारा संसद सदस्य स्थानीय विकास निधि से एवं डब्ल्यूसीएल द्वारा दिया गया सहयोग भी अनुकरणीय है। इस अवसर पर विधायक आमला डॉ. योगेश पंडाग्रे ने कहा कि प्रत्येक दिव्यांग को उसका उचित हक दिलाने के लिए जिला प्रशासन सदैव प्रयासरत है। हर जरूरतमंद को समुचित सहयोग देने के लिए सरकार भी प्रतिबद्ध है। इन मोटोराइज्ड ट्राइसिकल मिलने से दिव्यांगजनों को उनके कार्य पूर्ण करने में निश्चित ही सहयोग मिलेगा।
इस अवसर पर उप संचालक सामाजिक न्याय श्री संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) जबलपुर के सहयोग से उपलब्ध कराई गई प्रत्येक ट्राइसिकल की कीमत 42 हजार रूपए है, जिसमें 25 हजार रूपए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा तथा 17 हजार रूपए की राशि संसद सदस्य स्थानीय विकास निधि (सांसद श्री डीडी उइके) एवं डब्ल्यूसीएल की सीएसआर मद से उपलब्ध कराई गई है। इन ट्राइसिकलों के साथ दिव्यांगजनों को हेलमेट, चार्जर, बैसाखी स्टेंड एवं बकेट नि:शुल्क दिए जा रहे हैं। कार्यक्रम में एलिम्को के प्रतिनिधि श्री रवि प्रकाश ने बताया कि ट्राइसिकलों में लगाए गए बैटरी, मोटर एवं चार्जर की एक साल की वारंटी दी गई है। कार्यक्रम को दिव्यांग शिक्षक श्री मोहन कुमार ने भी संबोधित किया। इस दौरान अतिथियों द्वारा शिविर में उपस्थित दिव्यांगजनों को उक्त ट्राइसिकलें भेंट की गईं। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभिलाष मिश्र, डब्ल्यूसीएल के एरिया पर्सनल मैनेजर श्री जितेन्द्र प्रसाद एवं वरिष्ठ अधिकारी श्री मुजफ्फर हुसैन भी मौजूद थे। विशेष अतिथि के रूप में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री आनंद प्रजापति एवं श्री राजेश आहूजा ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन श्री मनोज शुक्ल द्वारा किया गया।