त्रिरत्न बौद्ध विहार समिति सारनी के द्वारा डॉ. बाबा साहब अंबेडकर जी के 65 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सारणी। त्रिरत्न बौद्ध विहार समिति सारनी के द्वारा डॉ. बाबा साहब अंबेडकर जी के 65 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सुबह 10:00 बजे शापिंग सेंटर स्थित डॉ. बाबा साहब अंबेडकर जी की प्रतिमा पर नगर के गणमान्य नागरिकों द्वारा माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात बौद्ध विहार परिसर में सामुहिक बुद्ध वंदना गृहण की गई। स्थानीय वक्ताओं द्वारा डॉ बाबा साहब अंबेडकर जी की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।
डॉ.बाबा साहब अम्बेडकर एक
युग प्रवर्तक, महान राष्ट्रवादी, आधुनिक भारत के निर्माता , विश्व भूषण, नारी के मुक्ति दाता, महान विधिवेत्ता, करोड़ों करोड़ शोषित पीड़ित जनों के उद्धारक, मानवता के पुजारी बहुभाषाविद,उच्च कोटि के साहित्यकार, राजनीति, तर्कशास्त्र, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र के प्रकांड विद्वान, महान शिक्षाविद्, धर्म सम्प्रदायों के मर्मज्ञ,महान दार्शनिक, भारत भूमि पर बौद्ध धर्म के पुनरूद्धारक , मानव अधिकारों के रक्षक, विश्वभूषण, भारतीय संविधान के निर्माता और स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री इतने महान डॉ.अम्बेडकर अपने लिए नहीं जिये उनके जीवन का हर पल ‘देश- समाज’ को समर्पित था। चल अचल सम्पति के बजाय उनके पास ज्ञान का अपार भंडार था। वे लेखन का ऐसा महासागर छोड़कर गए जो उनके हमारे बीच नहीं रहने के बावजूद उनका हमारे बीच होने का अहसास दिलाता है।कार्यक्रम का संचालन समिति के अध्यक्ष आयुष्मान नारायण चौकीकर ने किया। इस अवसर पर सैकड़ों उपासक उपासिकाएं उपस्थित रहें।आयुष्मान बलवंत पाटिल, अर्जुन नागले, इंजीनियर हेमराज शाक्य, भाउराव पाटील, अशोक गजभिये, त्रिलोक लोखंडे, हीरालाल चौकीकर, गन्नू भूमरकर, आदर्श चौकीकर, किरण तायडे, विशाल कडवे उपासिकाओं में आयु. पार्वती थोरात, कंचन ढोके, नंदा थमके, कांता मुजमुले, सविता सिरसाठ, सीता नागले, ममता चौकीकर, रेखा मालवी, सत्यकला मेश्राम आदि उपस्थित थे। सांयकाल 6.30 बजे मोमबत्ती शांति रैली बौद्ध विहार से नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए शापिंग सेंटर स्थित डॉ बाबा साहब अंबेडकर जी की प्रतिमा पर पहुंच कर रैली का समापन किया गया।
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