डब्ल्यूसीएल के साथ मिलकर नपा करेगी नालों के दूषित जल का शुद्धीकरण, बगडोना तक लगेंगी सोलर स्ट्रीट लाइटें
नगर पालिका में सामान्य सम्मेलन का आयोजन, प्रस्तावित मठारदेव मेले के कार्यों पर चर्चा।

सारनी:- नगर पालिका परिषद सारनी में शुक्रवार 26 नवंबर 2021 को परिषद के सामान्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में मठारदेव बाबा मेला, नगर के विकास के विभिन्न 18 प्रस्तावों पर चर्चा हुई। मुख्यतः पाथाखेड़ा, शोभापुर कॉलोनी और बगडोना के नालों के दूषित जल का शुद्धीकरण, बगडोना से सारनी के बीच सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने जैसे कार्यों को स्वीकृति दी गई।
नगर पालिका परिषद सारनी के सभाकक्ष में शुक्रवार दोपहर 1 बजे से सम्मेलन की शुरूआत हुई। सम्मेलन नगर पालिका अध्यक्ष आशा महेंद्र भारती, सांसद प्रतिनिधि दशरथ सिंह जाट, नेता प्रतिपक्ष संजय अग्रवाल, पार्षदगण एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी. के. मेश्राम की उपस्थिति में हुआ। आगामी जनवरी माह में प्रस्तावित मठारदेव बाबा मेले की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। मेले में सारे कार्य ऑनलाइन निविदा के माध्यम से निकाले जाएंगे। सीएमओ श्री मेश्राम ने बताया कि शिखर तक पानी पहुंचाने की टेस्टिंग का कार्य हो चुका है। इस वर्ष पेयजल की व्यवस्था काफी बेहतर रहेगी। आनंद उत्सव में रोचक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए परिषद से सुझाव भी मांगे गए। सारनी से बगडोना के बीच वर्तमान पोलों पर सोलर लाइट लगवाने पर चर्चा हुई। इन लाइटों का पांच वर्षों तक का मेंटेनेंस भी निविदा फर्म का होगा। पाथाखेडा, शोभापुर कॉलोनी, बगडोना के नालों के दूषित पानी का शुद्धीकरण डब्ल्यूसीएल के सहयोग से नगर पालिका करेगी। इसके खर्च को दोनों संस्थाएं आपस में समान रूप से वहन करेगी इसके लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। वहीं निविदा लेकर वार्डों में कार्य नहीं करने वाले ठेकेदारों को लेकर चर्चा हुई। ऐसे ठेकेदार जिन्होंने निविदा में हिस्सा लिया है, अनुबंध ना कर कार्य नहीं कर रहे है। उनकी निविदा निरस्त कर आगामी निविदा में ऐसे ठेकेदारों को अपात्र घोषित किए जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में विभिन्न सामग्रियों की वार्षिक दरों को स्वीकृति दी गई। आउट सोर्स से सुरक्षा गार्ड-गनमैन, श्रमिकों की दरें समान आने पर निर्णय के लिए वरिष्ठ कार्यालय भेजे जाने का प्रस्ताव लिया। सम्मेलन में पार्षदों के अलावा अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कचरा कलेक्शन, परिवहन एवं एमआरएफ सेंटर संचालन
नगर पालिका घरों से निकलने वाले कचरे को विभिन्न स्तर पर इकट्ठा कर इसका परिवहन, प्रसंस्करण, पृथकीकरण एवं एमआरएफ सेंटर संचालन तथा स्वच्छ भारत मिशन की गतिविधियों का संचालन एक ही संस्था द्वारा किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर भी सहमति बनी। कार्य का संचालन केंद्रीकृत प्रणाली के आधार पर होगा। परिषद ने इसे भी स्वीकृति प्रदान की आगामी दिनों में नगर में इसका संचालन होगा।