कोरोना से जंग हमें घर पर ही रहकर जितनी है:- लोकेश अडलक
सारनी।आशा है कि आप और आपका परिवार सकुशल होगा परिस्थिति इस समय थोड़ी विपरीत है एक अदृश्य दुश्मन (कोरोना वायरस)से हमारा मुकाबला है और यह जंग हमे घर पर ही रहकर ही जितनी है आप सभी युवावस्था में हो इसीलियर अपने घर परिवार का ख्याल स्वयं रख सकते हो दुख के दिनों की एक अच्छी बात होती है कि वे जल्दी चले जाते है और ये वक्त भी बीत जाएगा हमे सावधानी व सयंम से काम लेना है परीक्षा अभी हमारे धैर्य की है हमारे मनोबल की है ये समय कमाने का नही सेवा और परिवार के संग घुलने मिलने का है ये समय बस जी लेने का है *प्रत्येक 100 सालो में एक महामारी आती है चाहे प्लेग हो कोलेरा हो या स्पेनिश फ्लू हो हमने हर जंग जीती है ये भी जीत लेंगे
हमारे #coronawarriors डटकर मुकाबला कर रहे है इस समय हमें प्रकृति की सुनना चाहिए क्या कहना चाह रही है हमे सीखना होगा हमारी की हुई गलतियों से हमे अनसुनी आवाजो को पहचानना होगा और मानना होगा कि इस धरती पर हमारे अलावा भी सभी जीव जंतु वाशु पक्षियों और अन्य प्राणियों का भी अधिकार है हमे सीखना होगा कि जिंदगी भर जो चीजे हमने कमाई है जिनके लिए हमने अपनो से मोह मोड़ा है वो सब किसी भी पल हमे यही छोड़कर जाना होता है मुझे यकीन है ये अंधियारा भी दूर होगा और इसके बाद एक नई किरण निकलेगी और सबकुछ बदल जायेगा हम एक दिन जरूर कामयाब होंगे हमारे कर्म हमारे ही आँखों के सामने है *जैसे हमारे कर्म है वैसा हमारा परिणाम होगा* इसलिए हमें कर्मो पर ध्यान देना होगा अंहकार छोड़ना होगा अमीर गरीब नेता साधारण आदमी अफसर कर्मचारी व्यापारी सब एक ही मंजिल को पाते है कोई भी नही इससे अछूता नही है
इसलिये हम जितने सरल होंगे उतने याद रखे जाएंगे और याद रखे जाएंगे हमारे कर्म हमारी सेवा *येअवसर है खुद को पहचानने का* अपने अंदर छिपे हुए इंसान या कला को ढूंढने का विद्वान कहते है कि *कम से कम 1 घण्टा हमे अपने आप से साथ बिताना चाहिए* इसकिये इस *आपदा को अवसर* में हमे बदलना है हमारे आसपास के हमारे जीवन के सभी लोगो का हौसला हमे बढ़ाना है हमे यकीन दिलाना है एक ए नया युग हमारे सामने आ रहा है बस अंत: में से उसका आलिंगन करे *जितना हो सके मदद करे तन से मन से या धन से ही जिस माध्यम से हो ऊपरवाला किस्मत वालो को ही ये मौका देता है खुद का खुद पर नियंत्रण ही आत्मरक्षा है